21 जून को पड़ने वाले सूर्यग्रहण राहु ग्रस्त है। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि यह साल का पहला सूर्य ग्रहण है। यह ग्रहण कई मायने में खास है। इसके समय ग्रह एवं नक्षत्रों का ऐसा संयोग बनने जा रहा है, जो पिछले 500 वर्षों में नहीं बना। इस दिन एक खगोलीय घटना होने वाली है, जिसमें सूर्य कर्क रेखा के ठीक ऊपर आ जाएंगे। ये साल का सबसे बड़ा दिन भी होगा। सदी का दूसरा ऐसा सूर्य ग्रहण है, जो 21 जून को हो रहा है। इससे पहले 2001 में 21 जून को सूर्य ग्रहण हुआ था।
ये रहेगा ग्रहण काल
ग्रहण का समय : सूतक काल : शनिवार रात 10. 24 मिनट से शुरू।
सूर्यग्रहण काल : रविवार सुबह 10.24 बजे प्रारंभ।
सूर्यग्रहण मोक्ष काल : दोपहर 1.48 बजे।
कुल ग्रहण काल समय : 3 घंटे 25 मिनट 17 सेकेंड।
सूतक काल के दौरान पूजा-पाठ व यात्रा न करें। पत्र छेदन, लकड़ी काटना, कपड़े सिलना, भोजन बनाना भी उचित नहीं माना गया है। ग्रहण काल से पूर्व स्नान कर अपने इष्टदेव के मंत्रों का जाप करें। ग्रहण के मध्य पुन: स्नान कर मंत्र जाप हवन व दान करें। गर्भवती महिलाओं को धारदार एवं चाकू से फल, सब्जी नहीं काटनी चाहिए। ग्रहण पूर्ण होने के बाद स्नान करें और स्नान के बाद जरूरतमंद लोगों को धन और अनाज का दान करें।
राशियों पर ऐसा रहेगा असर
मेष – लाभप्रद रहेगा।
वृष- अत्यन्त कष्टकारी रहेगा ।
मिथुन- शरीर को कष्ट होगा।
कर्क- धन व मन की हानि होगी ।
सिंह- शुभ फल, श्री प्राप्ति होगी।
कन्या- स्वास्थ का ध्यान जरूर रखें।
तुला- संतान स्वास्थ्य की चिंता रहेगी।
वश्चिक- मृत्यु तुल्य कष्ट हो सकता है।
धनु- पत्नि कष्ट संभव हो सकता है।
मकर- अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
कुम्भ- मान, सम्मान में कमी हो सकती है।
मीन- सुख समृद्धि बढ़ेगी।