Corona का प्रकोप शेयर बाजार के निवेशकों के लिए सोमवार को बहुत भारी पड़ा। Share Market की भारी गिरावट की वजह से कारोबार के शुरुआती एक घंटे में ही निवेशकों के 10 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं।
Corona की वजह से सोमवार को पूरे एशियाई बाजार डूबे है। सोमवार को सुबह 10 बजे के बाद जब सेंसेक्स 10 फीसदी यानी 2991 अंक टूटकर 26,924 तक पहुंच गया तो इसके बाद NSE और BSE दोनों में ट्रेडिंग रोक दी गई। लोअर सर्किट लगा दिया गया और कारोबार 1 घंटे के लिए रोक दिया गया।
भारतीय Share Market में सुबह करीब 10 बजे लोअर सर्किट लगने से पहले यानी कारोबार के पहले ही घंटे में BSE में लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 10,29,847 करोड़ रुपये घटकर 1,05,79,296 करोड़ रुपये रह गया। यानी कारोबार के शुरुआती एक घंटे में ही निवेशकों के करीब 10 लाख करोड़ रुपये डूब गए।
BSE सेंसेक्स के सभी 30 शेयरों में बिकवाली देखी गई और एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस के शेयर तो करीब 20 फीसदी तक टूट गए।
सभी सेक्टर के सूचकांक लाल निशान में दिख रहे हैं और गिरावट का नेतृत्व बैंक, रियल्टी, फाइनेंस सेक्टर कर रहे हैं। देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर भी करीब 12 फीसदी और TCS के शेयर करीब 6 फीसदी तक टूट गए हैं। दुनिया में Coronavirus के बढ़ते प्रकोप की वजह से Share Market का सेंटिमेंट काफी नेगेटिव है और भारी बिकवाली देखी जा रही है।
Corona के कहर की वजह से सोमवार को समूचे एशियाई Share Markets में भारी गिरावट देखी गई। दुनिया के कई देशों द्वारा दिए गए राहत पैकेज से बाजारों को कोई सहारा नहीं मिला है और निवेशकों की बेचैनी बरकरार है। निवेशकों का नेगेटिव मूड इस वजह से और हावी हो गया क्योंकि एक लाख करोड़ डॉलर के इमरजेंसी आर्थिक पैकेज पर अमेरिकी सांसदों में सहमति नहीं बन पाई है।
दुनिया भर में Corona के कहर से होने वाले मौतों की संख्या 14 हजार के पार हो गई है। करीब 1 अरब लोग घरों में कैद हैं और दर्जनों देशों में कारोबार पूरी तरह से ठप है, जिसकी वजह से मंदी की आशंका गहराने लगी है।