Gotabaya Rajapaksa

Sri Lanka Crisis: 13 जुलाई को श्रीलंका के राष्ट्रपति का इस्तीफा,जानिए अबतक के घटनाक्रम की 10 बड़ी बातें…

Sri Lanka Crisis: 2 करोड़ 20 लाख की आबादी वाला देश श्रीलंका (Sri Lanka) पिछले कुछ महीने से वित्तीय और राजनीतिक संकट के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। साल 1948 में स्वतंत्रता मिलने के बाद श्रीलंका (Sri Lanka) में आर्थिक हालात इतने खराब हो चुके हैं देश में महंगाई चरम पर पहुंच गई है। जनता की बुनियादी चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं और लोगों की जरूरतें पूरी कर पाने में वर्तमान सरकार असफल हो गई है। पेट्रोल-डीजल से लेकर दूध और खाने-पीने के सामान इतने महंगे हो गए हैं लोगों का जीना दूभर हो गया है। श्रीलंका (Sri Lanka) आज फिर से गृह युद्ध के मुहाने पर खड़ा है।

श्रीलंका (Sri Lanka) की जनता की भूख और महंगाई ने सरकार की नींव हिला दी है। शनिवार से जारी विरोध प्रदर्शन के बीच पहले प्रधानमंत्री ने इस्तीफा दिया और अब राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (President Gotabaya Rajapaksa) ने भी 13 जुलाई को इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है। देश में जनता का गुस्सा उबाल पर है और शनिवार से जारी विरोध प्रदर्शन ने अब हिंसक रूप ले लिया है। लोगों ने राष्ट्रपति भवन और पीएम हाउस में आग लगा दी।

अबतक के घटनाक्रम की 10 बड़ी बातें…

शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग तोड़ी और राष्ट्रपति भवन में दाखिल हो गए। राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया।
श्रीलंका (Sri Lanka) में जारी हंगामें के बाद पार्टी नेताओं की बैठक हुई जिसमें स्पीकर ने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे और राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (President Gotabaya Rajapaksa) को इस्तीफा देने के लिए पत्र लिखा। काफी देर के बाद पीएम ने इस्तीफा दिया और राष्ट्रपति 13 जुलाई को इस्तीफा देंगे।
पीएम के इस्तीफा देने के बाद श्रीलंका (Sri Lanka) में अगले कुछ दिनों में सर्वदलीय अंतरिम सरकार की नियुक्ति की बात कही जा रही है।
श्रीलंका (Sri Lanka) में स्थिति अभी भी काबू से बाहर है। प्रदर्शनकारियों ने प्रेस हाउस और ऑफिस पर धावा बोला।
9 पत्रकारों पर पुलिस ने हमला किया, 40 से अधिक प्रदर्शनकारी घायल हैं।
प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के निजी आवास में प्रदर्शनकारियों ने लगाई आग, पीएम रानिल विक्रमसिंघे के निजी आवास में आग लगाने की घटना में 3 संदिग्ध गिरफ्तार।
आर्थिक उथल-पुथल के बीच श्रीलंकाई प्रदर्शनकारियों को गोटबाया राजपक्षे के घर से मिले लाखों रुपये।
श्रीलंका (Sri Lanka) में चल रहे आर्थिक संकट के बीच श्रीलंकाई सेना प्रमुख जनरल शैवेंद्र सिल्वा ने देश में शांति बनाए रखने के लिए लोगों से समर्थन मांगा। सेना प्रमुख ने कहा कि मौजूदा राजनीतिक संकट का शांतिपूर्ण तरीके से समाधान किया जा सकता है।
सभी पार्टियों की बैठक में कहा गया कि संसद के स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धन को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनना चाहिए। नए राष्ट्रपति को चुनने के लिए इसी हफ्ते संसद की बैठक बुलाई जा सकती है। जल्द ही सभी पार्टियों की मिली-जुली सरकार श्रीलंका (Sri Lanka) में कमान संभाल सकती है।
अमेरिका ने श्रीलंका (Sri Lanka) के नेताओं से आर्थिक स्थिरता हासिल करने के लिए जल्दी से कोई बड़ा कदम उठाने के लिए कहा है। विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि किसी भी नई सरकार को उन समाधानों की पहचान करने और उन्हें लागू करने के लिए तेजी से काम करना चाहिए जो दीर्घकालिक आर्थिक स्थिरता प्राप्त करेंगे और श्रीलंका (Sri Lanka) के लोगों के असंतोष को दूर करेंगे।

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