समाजवादी पार्टी के सांसद व दिग्गज नेता Azam Khan की शनिवार को रामपुर कोर्ट में पेशी है। पेशी के लिए जेल से बाहर आते ही Azam Khan ने ब्यान दिया है कि जेल में उनके साथ आतंकवादियों वाला व्यवहार किया जा रही है। उन्होंने कहा योगी सरकार में मेरे साथ अमानवीय व्यवहार हो रहा है। जिसके बाद Azam को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सीतापुर से रामपुर कोर्ट के लिए ले जाया जा रहा है। रामपुर की एडीजे-6 कोर्ट में Azam Khan की पत्नी तंजीम फातिमा और अब्दुल्ला Azam की भी पेशी है।
SP सांसद Azam Khan के साथ उनकी पत्नी तंजीम फातिमा और बेटे अब्दुल्ला Azam को रामपुर जेल में न्यायिक हिरासत में भेजा गया था, लेकिन तीनों को रामपुर से सीतापुर जेल भेज दिया गया। कोर्ट से बगैर अनुमति लिए आजम परिवार को एक से दूसरे जेल में शिफ्ट किए जाने को आधार बनाकर अब आजम के वकील ने अवमानना की याचिका दायर की थी।
इस याचिका पर सुनवाई करते हुए शुक्रवार को एडीजे 6 कोर्ट ने SP सांसद आजम, उनकी पत्नी तंजीम फातमा और बेटे अब्दुल्ला Azam को रातोरात रामपुर जेल से सीतापुर जेल भेज दिया गया था। जिसके बाद Azam परिवार ने नराजगी जाहिर की है। हालांकि इसी मामले में शनिवार को ही सुनवाई है।
Azam Khan के वकील खलील उल्लाह खान ने कोर्ट की बगैर अनुमति के जेल बदलने को अवमानना बताया था। उन्होंने आशंका जताई थी कि जेल में यह फेरबदल राजनीतिक साजिश के तहत की गई है। गौरतलब है कि Azam Khan के खिलाफ कुल 83 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें से कुछ में Azam की पत्नी और बेटे भी आरोपी हैं। उन्हें MP एमलए कोर्ट से 8 मामलों में जमानत को मंजूरी दे दी थी।
SP सांसद Azam Khan ने बुधवार को अपनी पत्नी तंजीम फातिमा और बेटे अब्दुल्ला के साथ अपर जिला न्यायाधीश की कोर्ट में सरेंडर किया था। कोर्ट ने अब्दुल्ला Azam को दो जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के मामले में 2 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
Azam Khan, उनकी पत्नी और बेटे को जिस मामले में जेल भेजा गया है, वह अब्दुल्ला Azam के दो जन्म प्रमाण पत्र बनाने से जुड़ा है। इस मामले में कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया था। हालांकि यह मामला सामने आने के बाद अब्दुल्ला की विधानसभा सदस्यता भी रद्द हो चुकी है।