Ashok Gehlot

Gehlot Vs Pilot: सीएम गहलोत के बयान पर सचिन पायलट का पलटवार, कही ये बात

Gehlot Vs Pilot: राजस्थान में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) से पहले अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और सचिन पायलट (Sachin Pilot) खुलकर आमने सामने आए गए हैं। गुरुवार को सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को गद्दार कहा तो सचिन पायलट ने भी पलटवार किया। सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने कहा कि अशोक गहलोत के लीडरशिप में हमारी पार्टी (Congress) दो बार चुनाव हारी। कांग्रेस नेता ने कहा कि सीएम गहलोत (CM Ashok Gehlot) कभी मुझे नकारा कहते हैं, कभी गधा कहते हैं। सचिन पायलट (Sachin Pilot) इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के सभी आरोपों को निराधार बताया और कहा कि उन्हें इतना असुरक्षित महसूस नहीं करना चाहिए और मिलकर काम करना चाहिए।

कांग्रेस नेता ने कहा,’अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) अनुभवी नेता हैं लेकिन पता नहीं उन्हें ऐसी सलाह कौन देता है। आज मुझे नकारा और गधा भी कहा गया है । अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) इतना अनसेफ क्यों हैं? अशोक गेहलोत पहले भी मुझे उल्टा सीधा बोलते आए हैं। उनके लीडरशिप में हमारी पार्टी 2 बार चुनाव हारी। उन्होंने मुझे नाकारा कहा, गधा कहा, गद्दार कहा।’ सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने आगे कहा कि अशोक गहलोत द्वारा लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं। उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत (Ashok Gehlot) को इतना असुरक्षित महसूस नहीं करना चाहिए और मिलकर काम करना चाहिए।

जानें- क्या है पूरा मामला?

इससे पहले सीएम गहलोत (Ashok Gehlot) ने पायलट को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि हम 34 दिनों तक होटलों में बैठे रहे क्योंकि सरकार गिराई जा रही थी। अमित शाह भी शामिल थे, धर्मेंद्र प्रधान भी शामिल थे। यह पूछे जाने पर कि पायलट इन आरोपों से इनकार कर रहे हैं कि उनकी बीजेपी के साथ मिलीभगत है, सीएम गहलोत ने कहा- मेरे पास सबूत हैं। वह इससे इनकार नहीं कर सकते. प्रत्येक को 10 करोड़ रुपये वितरित किए गए।

यह पूछे जाने पर कि गहलोत खेमा पायलट को क्यों स्वीकार नहीं कर रहा है? सीएम गहलोत ने कहा, कैसे स्वीकार करेंगे जिस आदमी ने विश्वासघात किया, हमारे विधायक और मैंने खुद को 34 दिनों तक होटलों में रहकर झेला है। सीएम की कुर्सी बरकरार रखने के सवाल पर गहलोत ने कहा- आज मैं यहां अकेला हूं। आलाकमान के इशारे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, आलाकमान का इशारा तो छोड़िए, मेरे पास कोई इशारा नहीं है। मैं आलाकमान के साथ हूं. पायलट को कोई स्वीकार नहीं करेगा।

गहलोत ने कहा, ‘आलाकमान राजस्थान के साथ न्याय करेगा. मैंने अजय माकन और आलाकमान को अपनी भावनाओं के बारे में बताया है। राजस्थान में सरकार की वापसी जरूरी है। मैं तीन बार सीएम रह चुका हूं, मेरा सीएम होना जरूरी नहीं है गहलोत ने कहा कि आप सर्वे करवा लीजिए। अगर मेरे मुख्यमंत्री पद पर सरकार वापस आ सकती है तो मुझे रख लीजिए। अगर कोई और चेहरा लेकर सरकार आ सकती है तो बनाइए। मैं अमरिंदर सिंह की तरह बगावत नहीं करूंगा।’

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