राहुल गाँधी को अमित शाह की चुनावी चुनौती

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राहुल गाँधी को अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर चुनावी चुनौती दे डाली है। उन्होंने कहा की समस्त महाराष्ट्र की जनता कश्मीर से अनुच्छेद 370 और धारा 35ए हटाए जाने के मुद्दे पर चट्टान की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़ी है।

एक माह चली महाजनादेश यात्रा के समापन के मौके पर एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद महाराष्ट्र पहला राज्य है, जहां चुनाव होने जा रहे हैं। राहुल गांधी कहते हैं कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया जाना एक बहुत बड़ी गलती है। अब महाराष्ट्र की जनता तय कर दे कि अनुच्छेद 370 हटाया जाना गलती है, या मोदी सरकार ने इसे हटाकर सही किया है। शाह ने आम सभा में लोगों से पूछा कि आप ऐसा करोगे क्या? इस पर मौजूद जनता ने एक सुर मे उद्घोष करते हुए हामी भरी।

शाह ने चुनावी चुनौती देते हुए कहा की राहुल गांधी को 370 के मुद्दे पर चुनाव लड़ना है, तो हमें कोई चिंता नहीं है। देश की जनता चट्टान की तरह आज प्रधानमंत्री मोदी के साथ खड़ी है। बीजेपी अध्यक्ष ने सोलापुर की जनता से आह्वान किया कि जिस प्रकार उसने हाल के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को भारी बहुमत से सरकार बनाने में मदद की है, उसी प्रकार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को भी पुनः सत्ता लाने के लिए मतदान करें। उन्होंने कहा कि नरेंद्र-देवेंद्र की जोड़ी प्रदेश के लिए अच्छा काम करके दिखाएगी। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का बिगुल जल्द बजने वाला है। माना जा रहा है कि इसी माह दूसरे सप्ताह में चुनाव आयोग यह घोषणा कर देगा।

अमित शाह की आज की सभा को भाजपा के प्रचार अभियान की शुरुआत माना जा रहा है। अगले सप्ताह शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी महाराष्ट्र का दौरा करने वाले हैं। जैसा कि पहले ही संभावना व्यक्त की जा रही थी, अमित शाह ने आज अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर महाराष्ट्र की जनता को भरोसे में लेते हुए न सिर्फ कांग्रेस, बल्कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को भी घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस मुद्दे पर लोकसभा और राज्यसभा में 370 हटाने के विरोध में वोट देने वाले राकांपा सांसदों क्रमशः सुप्रिया सुले एवं मजीद मेमन का नाम लेते हुए शाह ने सोलापुर निवासियों से कहा कि जब ये लोग वोट मांगने आपके पास आएं तो इनसे जरूर पूछिए कि अनुच्छेद 370 पर उनकी राय क्या है? शाह ने यह कहते हुए कांग्रेस को घेरा कि जब भी देश की सुरक्षा का मामला आता है, कांग्रेस अलग राग अलापने लगती है।

अब राहुल और शरद पवार को चुनाव से पहले महाराष्ट्र की जनता के समक्ष स्पष्ट करना चाहिए कि वह 370 हटाने का समर्थन करते हैं, या नहीं। महाराष्ट्र में 15 साल शासन कर चुकी कांग्रेस-राकांपा सरकार को शाह ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी घेरा। इसी सभा में राकांपा से पूर्व सांसद धनंजय महाडिक एवं राकांपा विधायक रहे राणा जगजीत सिंह पाटिल तथा कांग्रेस विधायक रहे जयकुमार गोरे राष्ट्रीय अध्यक्ष की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए। वरिष्ठ नेता नारायण राणे भी आज ही भाजपा का दामन थामने वाले थे। माना जा रहा है शिवसेना के विरोध के कारण उनका प्रवेश फिलहाल टाल दिया गया है।

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