बिहार में जातीय जनगणना का मुद्दा एक बार फिर गर्माने लगा है. इसकी शुरुआत विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कर दी है. तेजस्वी यादव केंद्र सरकार (Central Government) को जातीय जनगणना को लेकर एक रिमाइंडर लेटर लिखने वाले हैं जिसमें वो यह जानना चाहते हैं कि जातीय जनगणना (Caste Census) कब होगी.
दरअसल रविवार को तेजस्वी यादव आरजेडी कार्यालय (RJD Office) पहुंचे थे. यहां पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना के मुद्दे पर केंद्र सरकार को रिमाइंडर लेटर लिखेंगे और जवाब मांगेंगे कि जातिगत जनगणना कब होगी. यदि पत्र का कोई जवाब नहीं आता है तो हम लोग केंद्रीय स्तर पर विभिन्न विपक्षी पार्टियों से बात कर इस लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे.
जाहिर है तेजस्वी यादव का यह कदम बहुत जल्द बिहार की सियासत को गर्माने वाला है और इसकी बानगी दिखने भी लगी है. जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि तेजस्वी यादव के जातिगत जनगणना की मांग को लेकर प्रधानमंत्री को रिमाइंडर भेजने का बयान उनकी पार्टी का मामला है. उन्होंने कहा कि इस विषय पर अभी रिमाइंडर भेजने की कोई जरूरत नहीं है. यह उनका (आरजेडी) फैसला हो सकता है. जब जनगणना का कार्य शुरू होने वाला होगा उसके पहले निर्णय लिया जाएगा. फिलहाल ऐसी कोई जरूरत नहीं है.
बता दें कि बीते 23 अगस्त को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार से एक सर्वदलीय टीम ने दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर जातिगत जनगणना कराने को लेकर ज्ञापन सौंपा था. जातिगत जनगणना की मांग क्यों जरूरी है, उन्होंने पीएम मोदी को यह विस्तार से बताया था. इस प्रतिनिधिमंडल में आरजेडी के तेजस्वी यादव भी शामिल थे.