भारतीय रेलवे ने यात्रियों को बड़ा तोहफा दिया है। रेलवे ने 14 अप्रैल या उससे पहले नियमित ट्रेनों के लिए रद्द की गई सभी टिकटों का पूरा रिफंड करने का फैसला किया है। यानी अगर किसी यात्री ने 14 अप्रैल 2020 या उससे 120 दिन पहले ट्रेन का टिकट बुक किया है और उसकी ट्रेन रद्द कर दी गई हो, तो उसे टिकट का पूरा पैसा वापस मिलेगा। रेलवे के इस फैसले से संकेत मिलता है कि सामान्य यात्री ट्रेनें 15 अगस्त से पहले शुरू नहीं होंगी।
रेलवे मंत्रालय ने सभी जोन को एक सर्कुलर जारी किया था। इस सर्कुलर से संकेत मिला है कि अगस्त से पहले ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं होगा। COVID-19 के चलते लगभग 3 महीने से ट्रेनों के संचालन बंद है। फिलहाल स्थिति सामान्य होने की संभावना नहीं है। कोरोना वायरस संक्रमण के बीच हर कोई जानना चाहता है कि रेलवे की सुविधाएं सामान्य कब होंगी। यात्री ट्रेनों के शुरू होने में अभी काफी वक्त लग सकता है।
इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) ने हमेशा यात्रियों को अपने टिकट रद्द नहीं करने की सलाह दी है। IRCTC के अनुसार भारतीय रेलवे द्वारा सिस्टम में ट्रेन को रद्द करने के बाद ऑटोमेटिक फुल रिफंड शुरू किया जाएगा। ये सभी टिकट लॉकडाउन की अवधि के दौरान बुक किए गए थे, जब रेलवे जून में यात्रा के लिए बुकिंग की अनुमति दे रहा था।
कोरोना वायरस के चलते रेलवे ने 15 अप्रैल से नियमित ट्रेन सेवाओं के लिए अग्रिम बुकिंग को निलंबित कर दिया था। भारतीय रेलवे तत्काल यात्रा की अनुमति देने के लिए अपनी 230 विशेष रेलगाड़ियों को चुनिंदा रूटों पर परिचालन जारी रखेगा। फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों की आवाजाही के लिए भारतीय रेलवे ने विशेष ट्रेनों की सेवा मई महीने से शुरू की थी।