रामविलास पासवान ने लॉन्च किया BIS CARE ऐप, असली-नकली सामान में फ़र्क़ कर सकेंगे ग्राहक

बाजार से खरीदा गया सामान असली है नहीं इसका पता आप अब अपने फोन से भी लगा सकते हैं। भारतीय मानक ब्यूरो यानी BIS ने एक मोबाइल एप लॉन्च किया है। BIS CARE नाम का ये मोबाइल एप असली और नकली सामान में फ़र्क़ करने में मदद करेगा। भारतीय मानक ब्यूरो ने इस खास एप को लॉन्च करने के साथ ही इस एप की विशेषता बताते हुए कहा कि जबआप बाज़ार से कोई सामान ख़रीदते है तो उसपर आईएसआई का निशान लगा रहता है। लेकिन अगर आपको शंका है कि जो सामान आपने जो खरीदा है वो असली नहीं बल्की नकली है तो आप BIS CARE एप पर आईएसआई निशान का नम्बर लिख कर ब्रांड और उस कम्पनी की पूरी जानकारी एप पर देख सकते हैं। इससे ग्राहकों के साथ होनी वाली ठगी में कमी आएगी।इसके साथ ही सामान के नकली होने पर आप उसी वक्त BIS CARE एप के माध्यम से इसकी शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं।

आपको बता दें BIS CARE एप के जरिए आप सोने के आभूषणों प्रमाणिकता को भी परख सकते हैं। इसके लिए सोने के आभूषणों में लगे हॉलमार्किंग के एक खास नंबर को आप इस ऐप पर टाइप करेंगे तो आभूषण से जुड़ी सारी जानकारी आपको BIS CARE एप के जरिए मिल जाएगी। बता दें केंद्र सरकार ने पहले ही सभी सोने और चांदी के गहनों में हॉलमार्क लगाना अनिवार्य करने का फैसला ले लिया है। जो अगले साल 1 जनवरी से लागू हो जाएगा।

आपको बता दें, केंद्रीय उपभोक्ता मंत्री रामविलास पासवान ने एप लांच करते हुए कहा कि सरकार ने उपभोक्ताओं के हितों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाएं हैं और उपभोक्ताओं को इनका इस्तेमाल कर अपने अधिकारों का उपयोग करना चाहिए। गूगल प्ले स्टोर से आप इस एप को डाउनलोड कर सकते हैं। फिलहाल BIS CARE एप को एंड्रायड फोन पर ही डाउनलोड किया जा सकता है। 

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