कृषि से जुड़े विधेयकों को लेकर जिस तरह से आज राज्य सभा में विपक्ष ने हंगामा किया उसकी रक्षा मंत्री Rajnath Singh ने कड़ी निंदा की है। Rajnath Singh ने कहा कि आज जो हुआ उससे संसदीय गरिमा को गहरी चोट पहुंची है। उन्होंने कहा कि मैं नहीं मानता कि सरकार कभी किसानों को नुकसान पहुंचाएगी। बता दें कि रविवार को राज्य सभा में विपक्ष के हंगामे के बीच कृषि से जुड़े दो विधेयक ध्वनिमत से पारित हो गए। इस दौरान विपक्षी सांसदों ने विधेयक पर वोटिंग के लिए जमकर हंगामा किया था। कृषि विधेयक को लेकर आज केंद्र सरकार के 6 मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान Rajnath Singh ने कहा कि कोई एमएसपी खत्म नहीं हो रही है,।
उन्होंने कहा कि कृषि बिल को लेकर किसानों को गुमराह किया गया है, जबकि इससे किसानों की आय दुगुनी होगी। एमएसपी को लेकर किसानों के गुस्से पर Rajnath Singh ने कहा, “मैं दो टूक शब्दों में तहे दिल से देश के किसान भाइयो को संदेश देना चाहता हूं कि किसी भी सूरत में एमएसपी खत्म नहीं होगी। एपीएमसी भी किसी भी सूरत में खत्म नहीं होगी। मैं किसान भाइयो को आश्वासन देना चाहता हूं। मैं भी किसान हूं।”
राजनाथ सिंह ने रविवार को राज्य सभा में विपक्षी सांसदों द्वारा किए गए हंगामे पर कहा कि आज जो हुआ उससे संसदीय गरिमा को गहरी चोट पहुंची है। संसद में पहले ऐसा कभी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि उप सभापति के आसन पर चढ़ना, रूल बुक फाड़ना गलत है। रक्षा मंत्री ने कहा, ‘ 09.30 बजे से 01.30 पूरी चर्चा हुई। एक बार को मान लिया जाए कि उनकी बात नहीं सुनी गई, लेकिन क्या स्वस्थ्य संसदीय लोकतंत्र में ये सब कुछ होना चाहिए? माइक तोड़ देना चाहिए. डिप्टी चेयरमैन के आसन पर चढ़ जाना चाहिए?’
Rajnath Singh से जब पूछा गया कि कृषि बिल को लेकर विपक्ष का कहना है कि केंद्र सरकार अपने सहयोगियों को ही नहीं समझा पा रही है तो किसानों को क्या समझाएगी। उनके गठबंधन की मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने इस्तीफा दे दिया है क्या सरकार उन्हें समझा पाई? इस पर राजनाथ ने कहा, “समझाने की कोशिश सबको हो रही है, हर व्यक्ति के फैसले लेने के पीछे कुछ राजनीति कारण होते हैं। उन्होंने क्यों ये फैसला लिया इस मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं।”
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, डिविजन को लेकर डिप्टी चेयरमैन ने कहा कि आपको आसन पर जाना चाहिए। लेकिन कोई नहीं गया।