99 रुपये की स्कीम या मौत का बुलावा! आने- जाने का एक ही गेट… गेम जोन के अंदर घंट गईं 35 जिंदगियां

Rajkot Game zone Fire: राजकोट में टीआरपी शॉपिंग मॉल के अंदर बने एक गेमिंग जोन में लगी आग से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 35 तक पहुंच गई है. इस घटना को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि दिन के वक्त आखिर इतनी ज्यादा लोग आग में कैसे फंस गए और उनकी जान चली गई.

गुजरात के राजकोट में टीआरपी शॉपिंग मॉल के अंदर बने एक गेमिंग जोन में लगी आग से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 35 तक पहुंच गई है. मृतकों में 10 बच्चे भी शामिल हैं. इस भीषण घटना पर गुजरात हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है. गर्मी की छुट्टियों में सोमवार को विशेष न्यायाधीश की बेंच बैठेगी और इस मामले में हुई चूक और कार्रवाई पर जवाब तलब करेगी

इस घटना में हुई इतनी ज्यादा संख्या में मौत कई तरह के सवाल उठा रही है. लोग यह सवाल कर रहे हैं कि दिन के वक्त आखिर इतनी ज्यादा लोग आग में कैसे फंस गए और उनकी जान चली गई. दरअसल पता चला है कि इस गेमिंग जोन में शनिवार को 99 रुपये की वीकेंड स्कीम शुरू की गई थी. इस स्कीम के चलते गेम जोन में बड़ी संख्या में बच्चों सहित कई लोग मौजूद थे. हालांकि वहां एंट्री और एग्जिट के लिए 6 से 7 फीट का एक ही गेट था. ऐसे में आग भड़कने पर कई लोग वक्त रहने निकल नहीं पाए और काल के गाल में समा गए.

गुजरात हाई कोर्ट ने राजकोट अग्निकांड का स्वत: संज्ञान लिया. हाई कोर्ट ने अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट समेत निगम से स्पष्टीकरण मांगा है. कोर्ट ने पूछा कि किस नियम के तहत गेमिंग जोन का संचालन हो रहा है. अदालत ने एक दिन में जवाब देने को कहा है. राजकोट हादसे में 12 बच्चों समेत 28 लोगों की मौत हो गई है. मामले की जांच के लिए SIT गठित हो गई है.

कल फिर होगी इस मामले में सुनवाई

कोर्ट ने पूरे मामले पर स्वत: संज्ञान लिया और स्वतः संज्ञान याचिका दायर की. हाईकोर्ट ने अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट समेत निगम से स्पष्टीकरण मांगा. निगम को यह बताना होगा कि कानून के किस प्रावधान के तहत इस गेमिंग जोन को संचालित करने की अनुमति दी गयी है. हाईकोर्ट का एक दिन में खुलासा करने का निर्देश दिया है. अदालत ने अग्नि सुरक्षा नियमों के अनुपालन के संबंध में भी स्पष्टीकरण मांगा है. आगे की सुनवाई कल यानी सोमवार को होगी.

राष्ट्रपति मुर्मू-प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख

मृतकों की पहचान के लिए DNA टेस्ट किया जाएगा. वहीं, आज गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल ने राज्य के गृह मंत्री हर्ष सांघवी के साथ घटनास्थल का जायजा लिया. राज्य सरकार मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा देगी. वहीं, इस हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है. उधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस हादसे की की निष्पक्ष जांच की मांग की है.

गेमिंग जोन में कब भड़की आग?

शनिवार को 4:30 बजे गेमजोन में आग लगने की सूचना मिली थी. आग बुझाने के लिए दमकल की गाड़ी और एम्बुलेंस तत्काल मौके पर भेजी गई. बच्चे गेम में मशगूल थे, तभी अचानक धमाका हुआ. बताया जाता है कि एसी ब्लास्ट होने की वजह से आग लगी हुई होगी. शॉर्ट सकिट की वजह से एसी ब्लास्ट हुआ होगा. गेमिंग जोन में 3500 लीटर डीजल था. धमाके के बाद आग की लपटें चारों तरफ फैल गईं. करीब एक किलोमीटर तक काले धुएं का गुबार फैल गया. इस घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया

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