पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 से पहले राज्य की सूरत बदल सकती है। पंजाब के हर एक गांव को साफ और स्वच्छ बनाने के लिए सरकार जल्द ही एक Survey कराने जा रही है। जिसमें गांवों की स्वच्छता आंकी जाएगी। हालांकि इससे पहले सरकार सभी गांववासियों और पंचायतों के अलावा प्रशासन को गांवों की हालत सुधारने के लिए एक मौका दे रही है।
देशभर में चलाए जाने वाले Swachh Bharat Mission और राष्ट्रीय स्वच्छ सर्वेक्षण से अलग पंजाब सरकार के Water Supply and Sanitation Department ने स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2021 लांच किया है ताकि राज्य के गांव गुणवत्तापूर्ण स्वच्छता के पैमानों के अनुसार राष्ट्रीय रेंकिंग में शामिल हो जाएं। इसके साथ ही पंजाब अपने स्तर पर स्वच्छ सर्वेच्छण ग्रामीण लांच करने वाला पहला राज्य भी बन गया है।
इस बारे में प्रधान सचिव जसप्रीत तलवार का कहना है कि गांवों में यह सर्वे एक स्वतंत्र सर्वे एजेंसी इप्सोस रिसर्च करेगी। पंजाब से किन्ही भी 521 गांवों को अचानक इस Survey के लिए चुना जाएगा। जिनमें पहुंचकर सर्वे करने वाली एजेंसी गांव के 10 घरों और पांच सार्वजनिक स्थानों को स्वच्छता के पैमाने पर परखेगी। Survey के बाद गांवों और जिलों में भी तुलना की जाएगी। इनमें जो भी गांव सबसे बेहतर और साफ मिलेगा वह राष्ट्रीय स्तर की रैंकिंग में शामिल होगा।
तलवार कहती हैं कि ऐसा गांवों को और भी ज्यादा साफ-सुथरा और ग्रामीणों को सफाई के प्रति जागरुक बनाने के लिए किया जा रहा है। खास बात है कि सिर्फ Survey ही नहीं इस दौरान ग्रामीणों का फीडबैक भी मायने रखेगा। साथ ही प्रशासन या पंचायत की ओर से किए जा रहे Solid or Liquid Waste Management के लागू होने की सफलता को भी परखा जाएगा।