24 फरवरी को भारत पहुंच रहे अमेरिकी राष्ट्रपति अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump के भारत दौरे का विरोधके स्वागत के लिए पूरे देश में जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति अपनी पत्नी मेलानिया Trump के साथ दो दिवसीय भारत दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान वह देश के कई महत्वपूर्ण व ऐतिहासिक स्थलों का दौरा करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति के स्वागत के लिए सरकार की ओर से की जा रहीं तैयारियों के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump के भारत दौरे का विरोध की आवाज भी तेज हो गयी है।
शनिवार को मजलिसे उलमा-ए-हिन्द के बैनर तले शिया समाज के दर्जनों लोगों ने लखनऊ में अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump के भारत दौरे का विरोध किया गया। नमाजे जुमा के बाद इमामबाड़ा स्थित आसिफी मस्जिद में मुस्लिम समाज के दर्जनों लोगों ने हाथों में बैनर व पोस्टर लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत दौरे का विरोध किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों के दिल में अमेरिका की क्रूर नीतियों, मानवता विरुद्ध राजनीति और इस्राएल द्वारा फिलिस्तीन पर किए जा रहे हमले के खिलाफ आक्रोश है। हाल ही में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या के लिए भी लोगों ने अमेरिका की आलोचना की और प्रदर्शन किया। लोगों ने अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump के भारत दौरे का विरोध, सऊदी अरब और इस्राएल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के बाद लोगों ने अमेरिका और Trump के पोस्टर्स भी जलाए।
प्रदर्शन में शामिल मजलिसे उलेमा-ए-हिन्द के सदस्य मौलाना रजा हैदर ने कहा कि हम लोगों की अपील है कि दुनिया में जहां कहीं भी मजलूकों को सताया जाता है, उनके खिलाफ काम किया जाता है तो हम लोग आवाज उठाते हैं। चाहे वह कहीं के फौजी हों या जनता हो। मौलाना ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से हमारी अपील है कि वह कातिलों से दोस्ती न करें। भारत सरकार अमेरिका जैसे शैतान कातिलों और जालिमों को देश में न बुलाए।
कासिम सुलेमानी की हत्या को लेकर मौलाना ने कहा कि किसी देश के जनरल को यदि कोई देश धोखे से मारता है तो पूरी दुनिया उस देश के खिलाफ मुकदमा चलाती है। अमेरिका ने खुद सुलेमानी की हत्या का कबूल की है। अमेरिका के इस काम की निंदा उसके ही देश में की गयी।