CM नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव को लेकर कहा है कि अगली बार मौका मिला, तो विकास के चल रहे काम को और आगे बढ़ाएंगे। अगली बार भी विकास का काम जारी रखने के संबंध में उन्होंने राज्य की जनता को आश्वाशन दिया। उन्होंने कहा कि अब तक जो वचन दिया या घोषणा की, उसे पूरा भी किया। पहले कोई काम नहीं करता था, तो लोग कुछ नहीं बोलते थे। अब हर क्षेत्र में विकास का काम हो रहा है।
देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने जिन सड़कों को बनाने की सलाह दी थी, अब बन रही हैं। उन्होंने सड़क और पुल निर्माण में केंद्र सरकार के सहयोग की खासी सराहना की। CM बुधवार को वर्चुअल माध्यम से 5024 करोड़ रुपये लागत की 217 सड़क और पुल परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करने के बाद बोल रहे थे। CM ने गोपालगंज जिले के बंगराघाट पुल और डुमरी से सरमेरा सड़क का उदघाटन और गंगा पाथ-वे को पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल से जोड़े जाने की योजना का शिलान्यास भी किया।
CM ने राज्य में अधिक से अधिक बाइपास बनाने, सड़कों के रखरखाव सहित सड़क दुर्घटना कम करने के लिए काम करने का अधिकारियों को कड़ा निर्देश दिया। उन्होंने गंडक पर बने धनहर-रतवल पुल का नामकरण गौतम बुद्ध सेतु करने का पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया। भगवान गौतम बुद्ध अपने जीवन के अंतिम चरण में इस मार्ग से होकर गुजरे थे। उन्होंने कहा कि राज्य में सड़कों का विकास 2005-10, 2010-15 और 2015-20 तीनों चरणों में किया गया है। पहले चरण में 6735 किलोमीटर, दूसरे चरण में 9913 किलोमीटर और तीसरे चरण में 10287 किलोमीटर सड़कों का निर्माण व चौड़ीकरण किया गया। अब तक 34 ROB बनाये गये हैं और 58 आरोपी का DPR बन रहा है।
CM ने राज्य में होने वाले विकास के कामों की जानकारी आम लोगों खासकर नयी पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए काम शुरू करने का अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने सूचना एवं जनसंपर्क विभाग सहित सभी विभागों से कहा कि राज्य में 2005 से पहले की स्थिति और उसके बाद के विकास के हर पहलू की जानकारी लोगों तक पहुंचाएं। सोशल मीडिया पर होनेवाले दुष्प्रचार को रोकने के लिए भी यह जरूरी है।
कोरोना सहित स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन, कानून-व्यवस्था और अन्य क्षेत्रों में विकास के कामों की CM ने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी है। इससे सबसे अधिक अमेरिका जैसा विकसित देश है। राज्य सरकार इसके रोकथाम से संबंधित सभी उपायों पर काम कर रही है। PM नरेंद्र मोदी ने भी मंगलवार को 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से इस पर विचार विमर्श किया था। उन्होंने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत राज्य सरकार ने दो करोड़ 51 लाख पौधरोपण का लक्ष्य तय किया था, लेकिन 3 करोड़ 47 लाख पौधरोपण होना इसकी अनिवार्यता और लोकप्रियता को दर्शाता है।
CM नीतीश कुमार ने बिहटा से सरमेरा तक बननेवाली सड़क को यूनिक बताया। उन्होंने कहा कि इस सड़क में स्थानीय लोगों के आवागमन के लिए जगह-जगह अंडरपास बनाये गये हैं। सड़क के एक तरफ से दूसरी तरफ जानेवाले किसानों सहित अन्य स्थानीय लोगों को फायदा होगा। सड़क पार करने के लिए अंडरपास से ही गुजरना होगा। पथ निर्माण विभाग इस सड़क को उदाहरण के तौर पर अपने अन्य इंजीनियरों और संबंधित लोगों को दिखा सकता है।
इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा, समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह, सांसद राजीव प्रताप रूडी, जनार्दन प्रसाद सिग्रीवाल, आलोक कुमार सुमन, मुख्य सचिव दीपक पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, बीएसआरडीसीएल के MD संजय अग्रवाल, बीआरपीएनएन के सीएमडी जितेंद्र श्रीवास्तव, CM के प्रधान सचिव चंचल कुमार सहित अन्य विधायक, विधान पार्षद और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।