अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के कराची में होने के कबूलनामे से Pakistan एक बार फिर पलट गया है। Pakistan के विदेश मंत्रालय ने आधिकारित तौर पर इस बात को नकार दिया है की दाऊद Pakistan की जमीन पर है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि यह दावा पूरी तरह से निराधार और भ्रामक है कि Pakistan ने अपनी जमीन पर कुछ सूचीबद्ध व्यक्तियों की उपस्थिति को स्वीकार किया है।
1993 में मुंबई सीरियल धमाकों का जिम्मेदार बाद दाऊद Pakistan भाग गया था। इस्लामाबाद लगातार इस बात से इनकार करता रहा है कि उसने दाऊद को शरण दी है। इन धमाकों में 257 लोगों की जान चली गई थी और करीब 1400 लोग घायल हुए थे। भारत कई बार पाकिस्तान से Dawood Ibrahim को सौंपने के लिए कहा चुका है।
आतंकवादी संगठनों पर कार्रवाई का दिखावा
शनिवार को पाकिस्तान ने Dawood Ibrahim समेत 88 प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और उनके आकाओं पर कार्रवाई करने का दिखावा किया था। अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद वित्तपोषण पर निगरानी रखने वाली संस्था फाइनेंशियल एक्शन टॉस्क फोर्स की ‘ग्रे लिस्ट’ से बाहर आने की कोशिशों के तहत पाकिस्तान ने ये लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में हाफिज सईद, मसूद अजहर और दाऊद इब्राहीम का नाम भी शामिल था।
एफएटीएफ ग्रे लिस्ट में पाकिस्तान
पेरिस स्थित एफएटीएफ ने जून, 2018 में Pakistan को ‘ग्रे लिस्ट’ में डाला था और इस्लामाबाद को 2019 के अंत तक कार्ययोजना लागू करने को कहा था, लेकिन Coronavirus महामारी के कारण इस समय सीमा बढ़ा दिया गया था। सरकार ने 18 अगस्त को दो अधिसूचनाएं जारी करते हुए 26/11 मुंबई हमले के साजिशकर्ता और जमात-उद-दावा के सरगना सईद, जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख अजहर और अंडरवर्ल्ड डॉन इब्राहीम पर प्रतिबंधों की घोषणा की थी।
खबरों के अनुसार, आतंकी संगठनों और उनके आकाओं की सभी संपत्तियों को जब्त करने और बैंक खातों को सील करने के आदेश दिएगए हैं। जिन आतंकियों पर कार्रवाई की बात कही गई, उनमें आतंकी हाफिज सईद, अजहर मसूद, मुल्ला फजलुल्ला, जकीउर रहमान लखवी, मुहम्मद यह्या मुजाहिद, अब्दुल हकीम मुराद, नूर वली महसूद, उजबेकिस्तान लिबरेशन मूवमेंट के फजल रहीम शाह, तालिबान नेता जलालुद्दीन हक्कानी, खलील अहमद हक्कानी, यह्या हक्कानी और दाऊद इब्राहीम और उसके सहयोगी शामिल थे।