भारत की ओर से रविवार को की गई कार्रवाई से पाक एक बार फिर बौखला गया है। भारत का आक्रामक रुख पाकिस्तान की नींदे हराम कर दिया है। भारत के सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक के बाद इसे तीसरी बड़ी स्ट्राइक कहा जा रहा है। आए दिन सीजफायर उल्लंघन करने वाले पाकिस्तान को 4 साल में तीन बड़े ऐक्शन से यह संदेश मिल गया है कि भारतीय सेना अब इंतजार करने की रणनीति छोड़ चुकी है और अब भारत का रुख रक्षात्मक नहीं आक्रामक है।
भारत के इस कार्रवाई को पाकिस्तान मामने से इनकार कर रहा है। पाकिस्तान ने कहा कि वह भारत के इस झूठ को बेनकाब करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य देशों के राजनयिकों के वहां के दौरे की व्यवस्था कर सकता है।
बता दें कि भारतीय सेना की गोलाबारी में कम से कम 10 पाकिस्तानी सैनिक व 20-30 आतंकवादी मारे गए और पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचा है। इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि पाकिस्तान एलओसी के नजदीक कथित लांचिंग पैड को भारत द्वारा निशाना बनाने संबंधी भारतीय मीडिया की खबर को साफ तौर पर खारिज करता है।
विदेश विभाग ने कहा कि पाकिस्तान ने सुरक्षा परिषद के पांचों सदस्यों से अपील की है कि वे भारत से आतंकवादी लांचिंग पैड के बारे में जानकारी देने को कहें। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने भी भारतीय मीडिया की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाने को लेकर गलत दावा किए जा रहे हैं।
पाक ने भारतीय उच्चायुक्त को किया तलब
इस बीच, पाकिस्तान ने भारतीय उप उच्चायुक्त गौरव आहलूवालिया को तलब कर भारतीय सेना की ओर से नियंत्रण रेखा पार जुरा, शाहकोट और नौशेरी सेक्टरों में कथित तौर पर की गई गोलाबारी की निंदा की। पाकिस्तान ने दावा किया कि इस गोलाबारी में उसके पांच नागरिक मारे गए।
आर्मी चीफ ने दी चेतावनी, कहा- जवाबी कार्रवाई जारी रहेगी
आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि पीओके में सीमा के करीब आतंकी कैंपों के बारे में हमारे पास सूचना थी और हमने निशाना बनाया। उनका समर्थन करने वाले लोग, पाकिस्तानी चौकियां भी सेना की जवाबी कार्रवाई की जद में आए। सेना प्रमुख ने चेतावनी भी दी है कि पाकिस्तान अगर ऐसी गतिविधियां जारी रखेगा तो भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई से नहीं हिचकिचाएगी।