दुनिया में सबसे ज्यादा मृत्यु दिल की बीमारी और स्ट्रोक से होती है। यह खुलासा हुआ है विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट में। WHO ने 2019 में दुनिया में होने वाली Death के 10 कारणों पर एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के अनुसार, कुल 55.4 मिलियन लोगों की Death हुई है, इसमें टॉप 10 बीमारियों की हिस्सेदारी 55.4 % रही।
यह जानना महत्वपूर्ण है कि लोग इससे क्यों मरते हैं। इससे हमारी स्वास्थ्य प्रणालियों और प्रत्यक्ष संसाधनों का आकलन हो पाता है और पता चलता है कि कहां सुधार की जरूरत है। वैश्विक स्तर पर, 2019 में मौतों के 10 प्रमुख कारणों में से 7 गैर-संचारी रोग थे। इन सात गैर-संचारी रोग के चलते कुल 44 % लोगों की जान गई। मृत्यु के कारणों को 3 श्रेणियों में बांटा जा सकता है:- संचारी (संक्रामक और परजीवी रोग और मातृ, प्रसवकालीन और पोषण संबंधी स्थिति), गैर-संचारी।
दिल की बीमारी, स्ट्रोक, क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (लंबे समय तक फेफड़ों में रुकावट), श्वसन संक्रमण, नवजात को होने वाली बीमारियां व समस्याएं, श्वासनली, ब्रोन्कस और फेफड़ों के कैंसर से होने वाली मौत, अल्जाइमर और मनोभ्रंश, डायरिया, डायबिटीज और किडनी की बीमारियां।
ये बीमारियां हुईं कम जानलेवा
WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, 2009 से तुलना करें तो पता चलता है कि पिछले 10 साल में श्वसन संक्रमण, नवजात की स्थिति और डायरिया के चलते होने वाली मृत्यु कम हुई है।
विश्व बैंक ने दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं को 4 भागों में बांटा है, कम, कम मध्यम, उच्च मध्यम और उच्च। इसका आधार GDP है।
- कम आय वाले देशों में सबसे ज्यादा मृत्यु नवजात बच्चों की होती है। फिर श्वसन संक्रमण, दिल की बीमारी और डायरिया से जान जाती है। खास बात है कि कम आय वाले देशों में संचारी रोग से ज्यादा मृत्यु होती है। जबकि दुनिया में यह कम जानलेवा हो रही है। वहीं कम आय और कम सुविधाओं वाले इन देशों में मलेरिया, सड़क हादसे, TV, एड्स और कालरा भी मृत्य के 10 बड़े कारण में से एक हैं।
- कम मध्यम आय वाले देशों में दिल की बीमारी, स्ट्रोक, नवजात की स्थिति Death के बड़े कारण हैं। वहीं टीबी, सड़क हादसे भी बड़े कारण हैं।
- उच्च मध्यम आय वाले देशों में दिल की बीमारी, स्ट्रोक बड़ी जानलेवा बीमारियां हैं। वहीं सड़क हादसे और पेट का कैंसर भी Death के बड़े कारण हैं।
- उच्च आय वाले देश में दिल की बीमारी के बाद अल्जाइमर्स और डिमेंशिया Death का बड़ा कारण बन गया है। इन देशों में हाइपरटेंसिव हार्ट डिजीज के कारण कारण भी काफी Death होती है।