प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एक दिवसीय सऊदी अरब दौरे से पहले विश्वास जताया है कि इससे दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग एक नए स्तर पर पहुंचेगा। प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को सऊदी अरब की राजधानी रियाद में आयोजित हो रहे तीसरे फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशटिव फोरम के सत्र में हिस्सा लेंगे। वह सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुलअजीज अल-सऊद के बुलावे पर जा रहे हैं। दौरे के दरम्यान वह सऊदी अरब के किंग से द्विपक्षीय चर्चा भी करेंगे। इसके अलावा वह क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से द्विपक्षीय सहयोग के साथ-साथ साझा हितों वाले क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत करेंगे।
पीएम मोदी के दौरे के दौरान ऊर्जा सेक्टर से जुड़े समझौतों के अलावा नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर फ़ंड में सऊदी अरब के निवेश को भी अंतिम रूप दिया जा सकता है। इस दौरे में वर्कर्स वेलफेयर से जुड़े मुद्दों पर भी बात हो सकती है. सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के इस साल फरवरी में भारत के दौरे से दोनों देशों के आपसी संबंधों को नया आयाम मिला। तब दोनों देशों ने स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप काउंसिल की उच्चतम स्तर पर नियमित मॉनिटरिंग के लिए पीएम और क्राउन प्रिंस के स्तर पर व्यवस्था बनाने पर सहमति हुई। इस समझौते पर पीएम के मौजूदा दौरे पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने अपने बयान में कहा, ‘भारत और सऊदी अरब के परंपरागत और दोस्ताना संबंध हैं। सऊदी अरब भारत की ऊर्जा जरूरतों के लिए सबसे बड़े और विश्वसनीय आपूर्तिकर्ताओं में से एक है।’ उन्होंने कहा कि इस एकदिवसीय दौरे में डिफेंस, सिक्यॉरिटी, ट्रेड, कल्चर, एजुकेशन और पीपल-टु-पीपल कॉन्टैक्ट्स जैसे अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी।