Coronavirus Crisis

जंगल में आग की तरह फैल रहा Omicron, भारत में किस तरह से रिएक्ट करेगा नया वेरिएंट, जानें एक्सपर्ट की राय

जैसा की स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पहले ही चिंता जाहिर की थी कि कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Covid 19 New Variant) के सामने आने के बाद जनवरी फरवरी में हालात गंभीर हो सकते हैं, तो भारत में अब दोबारा कोरोना (Coroanvirus) से स्थिति बिगड़ती नजर आ रही है. डेल्टा वेरिएंट की तुलना में मौजूदा समय में कोरोना के मामले 21 फीसदी ज्यादा तेजी से सामने आ रहे हैं. मामले बढ़ने के साथ अब देश में ओमिक्रॉन (Omicron Cases in India) से एक पहली मौत का भी मामला दर्ज हो गया है. बुधवार को राजस्थान (Rajasthan Omicron Cases) के उदयपुर में मरने वाले एक व्यक्ति के सैंपल में उसके ओमिक्रॉन से ग्रसित होने की पुष्टि हुई है जो कि काफी डराने वाली बात है.

ओमिक्रॉन को लेकर दक्षिण अफ्रीका, स्कॉटलैंड और इंग्लैंड में अभी तक किए गए अध्ययन में यही सामने आया है कि कोरोना के पहले के वेरिएंट की तुलना में इसमें संक्रमण ज्यादा गंभीर नहीं है लेकिन भारत में ओमिक्रॉन किस तरह से रिएक्ट करेगा इस बारे में अभी अध्ययन किया जाना बाकी है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन की अधिकारी मारिया वान केरखोव ने हाल ही में कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की गंभीरता पर जोर देते हुए कहा था कि यह केवल एक सामान्य सर्जी और जुकाम नहीं है. वहीं इसको लेकर कई रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि कोरोना का यह वेरिएंट डेल्टा की तुलना में कम जोखिम है. इसके बावजूद काफी लोग तेजी से संक्रमित हो रहे हैं. अस्पतालों में भी संख्या बढ़ रही है और अब ओमिक्रॉन से मरने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. केरखोव ने कहा कि हम संक्रमण को रोक सकते हैं और लोगों की जान बचा सकते हैं.

कोरोना वायरस एक बार फिर से कहर बरपाने में लगा हुआ है. मैरीलैंड विश्वविद्यालय में संक्रामक रोगों के प्रमुख डॉ. फहीम यूनुस ने गुरुवार को कहा कि उनके अस्पतालों में सभी वेंटिलेटर इस समय सिर्फ कोरोना वायरस से पॉजिटिव लोगों के द्वारा ही उपयोग किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मास्क का प्रयोग करें और भीड़ भाड़ वाली जगहों में जानें से बचें.

वरिष्ठ सर्जन अरविंदर सिंह सोइन ने ओमिक्रॉन को लेकर चेतावनी देते हुए कहा कि याद रखें कि हल्का शब्ध एक बहुत छोटा शब्द है लेकिन यह हर किसी के लिए हल्का संक्रमण हो यह जरूरी नहीं है. उन्होंने कहा कि हां यह जरूर है कि इसकी गंभीरता हल्की हो सकती है लेकिन जिस तरह से लोग संक्रमित हो रहे हैं और अस्पतालों में एडमिट हो रहे हैं उससे स्वास्थ्य कर्मियों का बोझ हल्का नहीं होगा, इसलिए हमेशा मास्क पहने. उन्होंने कहा कि अगर हो सके तो आप N95 मास्क का प्रयोग करें और लोगों को भी दें. डॉ. सोइन ने चेतावनी दी कि हम एक ऐसे वेरिएंट के साथ काम कर रहे हैं जो कि जंगर में आग की तरह फैलता है.

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