उत्तर कोरिया (North Korea’s) के ताजा मिसाइल लाॅन्च से इसे दक्षिण कोरिया और अमेरिका के कई महत्वपूर्ण इलाकों पर परमाणु हमले करने की क्षमता मिल गई है। ऐसे में अब सवाल यह है कि उत्तरी कोरिया इन देशों के लिए कितना बड़ा खतरा है।
उत्तर कोरिया (North Korea’s) दावा करता है कि यह अपने दुश्मनों को परमाणु हथियारों तबाह करने में सक्षम हैं। हालांकि, ज्यादातर विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया के दावे मात्र दुष्प्रचार है और देश अभी भी अमेरिका या इसके सहयोगियों के खिलाफ परमाणु हमले में सक्षम नहीं है।
परमाणु हथियार बनने के बाद भी मिसाइल क्षमता पर संदेह बरकरार
इसमें संदेह नहीं है कि उत्तर कोरिया के पास परमाणु बम और अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान तक की मारक क्षमता वाली मिसाइलें उपलब्ध हैं। फिर भी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या इसके पास बम और मिसाइल जोड़ने के लिए जटिल इंजीनियरिंग में महारत है या नहीं।
मिसाइल को धरती से ऊपर की तरफ लगभग सीधे लॉन्च किया गया
उत्तर कोरिया (North Korea’s) ने शनिवार को अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की। यह देश में विकसित तीन तरह की आईसीबीएम मिसाइलों में से एक है। देश के सरकारी मीडिया के अनुसार इस मिसाइल को धरती से उपर की तरफ लगभग सीधे लॉन्च किया गया ताकि यह पड़ोसी देशों की जद में आने से बच सके।
सरकारी जानकारी के अनुसार इसने लगभग 5,770 किलोमीटर की अधिकतम ऊंचाई हासिल की और 990 किलोमीटर (615 मील) की दूरी तय की। यदि मिसाइल को सामान्य ट्राजेक्टरी पर छोड़ा जाता तो यह 13,000 किलोमीटर या इससे आगे तक जा सकती है। यदि यह विवरण सही हैं तो उत्तर कोरिया के पास घातक परमाणु बम और इन्हें सुदूर इलाकों तक ले जाने वाली मिसाइलें दोनों उपलब्ध हैं।
उत्तर कोरिया अपने हथियारों की ताकत को बढ़ा कर पेश कर रहा: दक्षिण कोरिया
दक्षिण कोरिया के रक्षा विश्लेषक शिन जोंग-वू का कहना है कि उत्तर कोरिया जानबूझकर अपने हथियारों की ताकत को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहा है, यह उनके प्रचार का हिस्सा है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि करीब-करीब सीधे मिसाइल छोड़ने के बजाय इसे सामान्य ट्राजेक्टरी में छोड़ने पर इसे अलग परिवेश और अधिक तनाव का सामना करना पड़ेगा।
विशेषज्ञ यह भी आशंका व्यक्त करते हैं कि उत्तर कोरिया (North Korea’s) के पास दर्जनों परमाणु हथियार है। अब प्रश्न यह है कि क्या इसके परमाणु वारहेड मिसाइल में फिट होने के लिए उचित रूप से छोटे हैं। इस बारे में विशेषज्ञों के विचार बंटे हुए हैं। कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि उत्तर कोरिया मिसाइलों पर फिट करने के लिए छोटे-छोटे परमाणु हथियार बना चुका है, हालांकि कई विशेषज्ञ ऐसा नहीं मानते हैं।