“जहन्नुम में भी चैन नहीं”, सैनिटाइज करने में घातक केमिकल का इस्तेमाल

नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के इस काल में नई-नई मुसीबतों की आवाजाही जारी है तो वहीं आए दिन एक तरफ भूकंप तो दूसरी तरफ तूफान की तबाही से मन भयभीत है। Covid-19 के संक्रमण से बचाव के लिए सार्वजनिक जगहों पर लोगों को सैनिटाइज किया जा रहा है, जिसको लेकर के एक याचिका दायर की गई है।


दरअसल सुशील महाजन नाम के एक शख्स का कहना है कि सैनिटाइज करते समय इसमें केमिकल का इस्तेमाल हो रहा है, जिसके छिड़काव से लोगों की आंखों और त्वचा पर जलन-खुजली होती है। ऐसे में इस पर रोक लगाई जाए और इस बाबत विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के दिशानिर्देशों को लागू कराने का निर्देश दिया जाए। केमिकल के इस्तेमाल को घातक बताते हुए सुशील ने हाइकोर्ट में इस पर रोक लगाने की मांग को लेकर याचिका दायर की है।


याचिका के अनुसार, कोरोना से बचाव को लेकर मॉल, धार्मिक स्थल पर चैम्बर बनाए गए हैं और लोगों को सैनिटाइज किया जाता है। इसमें इस्तेमाल होने वाले केमिकल आंख और त्वचा के लिए हानिकारक हैं। डब्ल्यूएचओ या केंद्र सरकार की गाइडलाइंस में कहीं नहीं लिखा हुआ है कि लोगों पर रसायन का इस्तेमाल किया जाए। गाइडलाइंस में कहा गया है कि 70 फीसदी केमिकल वाले रसायन से साफ किया जाए तो संक्रमण का खतरा नहीं रहता है।

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