झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की तैयारियां अलग ही स्तर पर हैं। नेता-कार्यकर्ता अपनी जवाबदेही और भूमिका निभाने के प्रति बेहद संजीदा दिख रहे है। झारखंड के बड़े भाई और पड़ोसी राज्य बिहार के राजनीतिज्ञ भी इस चुनाव में अपनी जिम्मेवारी पूरी निष्ठां से अदा कर रहे हैं। इस कड़ी में बिहार की सत्ताधारी दल भाजपा-जदयू, लोजपा के साथ ही विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के नेता चुनाव मैदान में चहेते प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हैं।
BJP की कप्तानी जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद रामकृपाल यादव कर रहे हैं, वहीं JDU की ओर से नीतीश कुमार के कैबिनेट मंत्री ललन सिंह और आरसीपी सिंह सियासी तमस बढ़ा रहे हैं। लालू प्रसाद यादव की पार्टी RJD की बात करें तो यहां तेजस्वी यादव विपक्षी महागठबंधन बनाने से लेकर सीटों के बंटवारे और अब जनसभाओं के जरिये अपने उम्मीदवारों के पक्ष में चुनावी रण में उतर आए हैं।
बिहार BJP के सैंकड़ो नेता-कार्यकर्ता झारखंड चुनाव में 65+ की लक्ष्य प्राप्ति के लिए अलग-अलग सीटों पर पार्टी की रणनीति को अमलीजामा पहनाने में जुटे हैं। इधर RJD के कई नेता-कार्यकर्ता भी यहां डेरा डाल रखे हैं। JDU की ओर से भी नेता-कार्यकर्ता पार्टी की जमीन तैयार करने में जुटे हैं। पटना से रांची के लिए चक्कर काटने वाले उड़नखटोलों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।
एक तरफ जहाँ अपने ही साथ छोड़ रहे हैं वहीँ पुराने दोस्त गले मिल रहे हैं, बात है बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार की जिन्होने सरयू राय का साथ देने का ऐलान कर दिया है, कल तक जो घर के वरिष्ठ थे आज सामने हैं। मुकाबला झारखण्ड की धरती पर है लेकिन निशाना 350 किलोमीटर दूर बिहार विधानसभा पर है।