आज के दौर में खुद को सुंदर और आकर्षक रखना कौन नहीं चाहता है, हर कोई चाहता है कि वो ताउम्र जवान और खूबसूरत दिखे. लेकिन उम्र कहां छिपती है। बढ़ती उम्र की लकीरें चेहरे पर वक्त के साथ साथ आगे बढ़ती रहती है। आजकल इसी को छिपाने के लिए अलग अलग तरह के ट्रीटमेंट भी बाजार में उपलब्ध हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, सैकड़ों लड़कियां अब 25-30 की उम्र में ही चेहरे पर बुढ़ापा दिखने से रोकने के लिए जतन करने लगी हैं। इस रिपोर्ट में लिखा है, लंदन की रहने वालीं 30 साल की स्टिना सैंडर्स (Stina Sanders) ने 4 महीने पहले देखा कि उनके माथे पर कुछ लकीरें उभर आई थीं। सैंडर्स बताती हैं कि मेरे पास उम्र बढ़ने को स्वीकार करना या न करने का विकल्प था। मैंने तय किया कि मैं इन लकीरों को यहीं खत्म करके रहूंगी। पेशे से मनोचिकित्सक (psychiatrist) सैंडर्स हर 3 से 4 महीने में रिंकल्स रिलैक्सिंग इंजेक्शन (Wrinkles Relaxing Injection) यानी बोटॉक्स (Botox) लेती हैं। बता दें कि एक आंख के आसपास ट्रीटमेंट का करीब 15 हजार खर्च है। परिजनों और डॉक्टर के मना करने के बावजूद उन्होंने यह ट्रीटमेंट जारी रखा।
ब्यूटी एक्सपर्ट (Beauty Expert) कहती हैं कि लोग मानते हैं कि 50 की उम्र तक उन्हें इस ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं है, जबकि इतनी उम्र में देखभाल शुरू करने पर उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं मिलते। इसलिए यह छोटे डोज ‘बेबी बोटॉक्स (baby botox)’ का ट्रेंड शुरू हुआ। उनका कहना है कि जब आप 25 की उम्र में बोटॉक्स की शुरुआत करते हैं तो आप झुर्रियां आसानी से रोक सकते हैं। वो कहती हैं कि 25 से 30 साल की उम्र में बोटॉक्स कराने वाली लड़कियों की संख्या तेजी से बढ़ रही हैं। 50-60 की उम्र में यह ट्रीटमेंट ले रही थीं, वे अपनी 20-25 साल की बेटियों को भी साथ लाने लगी हैं।
फायदा बताने वालों का ये है तर्क
दो बच्चों की मां और सैनिटाइजर कंपनी की फाउंडर केट थॉम्पसन (Kate Thompson) इस पर 5 लाख रुपए खर्च चुकी हैं, केट कहती हैं, ‘इससे जो आत्मविश्वास बढ़ता है, उसकी कोई कीमत नहीं लगाई जा सकती।’
सोशल मीडिया इफैक्ट
28 साल की केरोलिना कोटलोव्स्का (Karolina Kotlowska) ने हाल ही में ट्रीटमेंट शुरू किया है। वे मानती हैं कि उनके फैसले में सोशल मीडिया की बड़ी भूमिका है। उनका कहना है, ‘सेल्फी कल्चर में खुद को बेहतरीन तरीके से पेश करना अहम है। मैं पहले तस्वीरें पोस्ट करने से पहले बहुत सारा मेकअप और कई तरह के फिल्टर लगाती थीं, अब ऐसा नहीं करना पड़ता।’
70% बढ़ी बोटॉक्स के लिए पूछताछ
बोटॉक्स को चेहरे की मांसपेशियों की सतही परत में लगाया जाता है। इससे मांसपेशियों को आराम मिलता है और उनका सिकुड़ना रुकता है। स्किन एक्सपर्ट के मुताबिक यह पहले से मौजूद व गहरी झुर्रियों को मिटाने में कारगर नहीं है। इसलिए इसे जल्दी लेने की सलाह दी जाती है। ये अवधि फ्रीजिंग टाइम मानी जाती है। वे बताते हैं कि शुरुआती ट्रीटमेंट से फायदा मिलता है। सर्जन्स के मुताबिक पिछले सालभर में बोटॉक्स के लिए पूछताछ 70% बढ़ी है। इनमें बड़ी संख्या लड़कियों की है।

