भारत ने साफ कर दिया है कि जब नेपाल(Nepal) नक्शे में विवादित संसोधन का प्रस्ताव अपनी संसद में पेश करने जा रहा था उससे पहले ही भारत ने दोनों देशों के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ता का प्रस्ताव दिया था, लेकिन नेपाल के प्रधानमंत्री(PM) केपी शर्मा ओली ने अपनी संसद को इस बात की जानकारी नहीं दी थी।
भारत सीमा विवाद के मसले को खत्म करने के लिए लगातार साकारात्मक कोशिश कर रहा है वहीं नेपाल का रवैया इस मामले में बेहद बचकाना रहा है।नेपाल ने बातचीत की पेशकश पर भी कोई प्रतिक्रिया नही दी।
हालांकि नेपाल का अलग दावा है कि बातचीत की पेशकश हमारी ओर से हुई थी, लेकिन भारत ने इसका कोई जवाब नहीं दिया।
भारत ने कहा कि बातचीत की पेशकश पर हमारी ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया दी जा रही है. सूत्रों के मुताबिक भारत ने कहा कि जब नेपाली संसद में नक्शे में विवादित संशोधन का बिल लाया जा रहा था, उससे पहले ही भारत ने बातचीत की पेशकश की थी. हालांकि नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओरी ने ना तो इस बात की जानकारी अपनी संसद को दी और ना ही इस बारे में अपने देशवासियों को कुछ बताया।