Nag Panchami 2020

25 जुलाई को है नाग पंचमी, जानिए कैसे करें पूजा

नाग पंचमी का पर्व बहुत ही विशेष माना गया है। सावन के महीने में पड़ने वाला यह पर्व नाग देवता को समर्पित है। नाग देव भगवान शिव के गले की शोभा बढ़ाते हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और नाग देव की पूजा करने से कई प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिलती है।

जब व्यक्ति को जॉब के लिए बहुत भटकना पड़े और संघर्ष करने के बाद भी मनाचही जॉब न मिले तो समझ लेना चाहिए कि जीवन में काल सर्प दोष से संबंधित कोई परेशानी हो सकती है। वहीं जब व्यापार में धन हानि होने लगे और व्यापार को लगातार नुकसान पहुंचने लगे तो ये भी काल सर्प दोष के कारण हो सकता है।

काल सर्प दोष किसी भी व्यक्ति की कुंडली में तब बनता है जब राहु- केतु के मध्य सभी ग्रह आ जाते हैं। काल सर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति को जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ता है। इस दोष से पीड़ित व्यक्ति को कुछ भी आसानी से प्राप्त नहीं होता है। धनहानि, नौकरी में बाधा, पत्नी और संतान से जुड़ी परेशानियां बनी ही रहती हैं। कालसर्प दोष से पीड़ित कभी भी एक जगह टिक कर नहीं रह पाता है।

पूजा की विधि-


इस दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान शिव की पूजा करें। उनका अभिषेक करें। इस दिन मिट्टी के नाग बनाकर पूजा स्थान पर रखें। इसके बाद नाग देव को कच्चा दूध और मिष्ठान का भोग लगाएं। शिव चालीसा का पाठ करें।

जॉब और व्यापार में आने वाली बाधा को दूर करने के लिए इस दिन जरूरमंदों को वस्त्र,अन्न और धन का दान करें। पित्रों को याद करें और उनसे बाधाओं को दूर करने की प्रार्थना करें।

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