अयोध्या में राम जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण के लिए बुधवार को लोकसभा में PM मोदी द्वारा ’श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’ के एलान को विपक्षी पार्टियों के साथ ही मुस्लिम धर्मगुरू दिल्ली विधानसभा चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं। धर्मगुरुओं का कहना है कि चुनावी लाभ लेने के लिए भाजपा ने ट्रस्ट’ के एलान का यह समय चुना है।
शिया धर्मगुरू मौलाना सैफ अब्बास ने राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के एलान का स्वागत किया। धर्मगुरू ने कहा कि SC ने सरकार को ट्रस्ट बनाने के लिए 3 महीने का समय दिया था, जो पूरा होने वाला था। मैं ट्रस्ट को शुभकामनाएं देता हूं। लेकिन मुझे इस बात का डर है कि ट्रस्ट में भागीदारी के लिए कोई विवाद न खड़ा हो जाए। क्योंकि कई लोग इसके लिए बेचैन हैं और ट्रस्ट में शामिल किए जाने की मांग कर रहे हैं। शिया धर्मगुरू मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि देश में चुनाव तो होते रहते हैं, लेकिन PM मोदी को ट्रस्ट के ऐलान से पहले दिल्ली चुनाव को ध्यान में रखना चाहिए था। मेरी गुजारिश है कि इसके जरिए दिल्ली विधानसभा चुनाव में धु्रवीकरण की कोई बात सामने न आए तो बेहतर होगा।

सुन्नी धर्मगुरु मौलाना सुफियान ने मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के एलान और मस्जिद के लिए 5 एकड. जमीन देने को लेकर कहा कि हिन्दुस्तान के सबसे बड़े धार्मिक मुद्दे को एक बार फिर चुनाव के समय उछाला गया है। मौलाना सुफियान ने कहा कि SC के आदेशानुसार सरकार ने इस ट्रस्ट का निर्माण किया है। इसलिए सभी राजनीतिक दलों से हमारी गुजारिश है कि अब राम मंदिर पर सियासत न की जाए। सुन्नी धर्मगुरु ने मस्जिद निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन के मुद्दे पर कहा कि तमाम मुसलमानों की राय है कि मस्जिद के एवज में किसी तरह का कोई बदला नहीं लिया जाना चाहिए। लेकिन जमीन लेने या न लेने का आखिरी निर्णय सुन्नी वक्फ बोर्ड को करना है।