माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद जेलों में बंद अन्य अपराधियों में खौफ व्याप्त हो गया है। यूपी के जेलों में बंद हाई प्रोफाइल क्रिमिनल्स की सुरक्षा भी जेल प्रशासन की ओर से बढ़ाई जा रही है। बांदा जेल में बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) बंद है, जिसकी सुरक्षा को जिला जेल प्रशासन ने गंभीरता से लिया है।
बांदा जेल प्रशासन ने मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीसीटीवी (CCTV) से निगरानी तेज कर दी है। वहीं जेल के बाहर पीएसी जवानों को अलर्ट पर रखा गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी न होने पाए। जेल के बाहर पीएसी के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात किए गए हैं, जो लगातार अपनी नजर हर गतिविधि पर बनाए हुए हैं।
इतना ही नहीं, जेल के अंदर बनी चौकी को भी अलर्ट कर दिया गया है और जेल में तैनात प्रत्येक पुलिस जवान और अन्य सुरक्षाकर्मियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं। दरअसल, सूत्रों ने बताया कि जिस दिन अतीक और अशरफ की हत्या हुई थी, उस दिन मुख्तार अंसारी को काफी बेचैनी हो गई थी।
हालांकि, जेल अधीक्षक ने इस बारे में कोई पुष्टि नहीं की, लेकिन यह जरूर कहा कि वे सुरक्षा की दृष्टि से अलर्ट पर हैं। जेल में सुरक्षा व्यवस्था को मुस्तैद करते हुए हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। जेल में सुरक्षा के मद्देनजर तकरीबन 150 जवान तैनात हैं।
जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि जेल परिसर में माफिया मुख्तार अंसारी की सुरक्षा में तैनात जवान बॉडी कैम से लैस हैं। अब एक प्लाटून से PAC के साथ चौकी के जवानों को अलर्ट किया गया है। उन्होंने कहा कि बांदा जेल में सुरक्षा तो पर्याप्त है, लेकिन फिर भी अलर्ट कर दिया गया है। जेल में तैनात किसी भी पुलिस के जवान को अब छुट्टी नहीं दी जाएगी।
जेल अधीक्षक ने कहा कि प्रयागराज की घटना के बाद मुख्तार की जैसे पहले स्थिति थी, वैसे ही अब है। उसे तन्हाई में रखा गया है, सुरक्षा कारणों से मुख्तार की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिक्र नहीं किया जा सकता।