मध्य प्रदेश की राजनीति में देर रात उथल-पुथल होने की खबर सामने आई है। और खबर है कि मध्यप्रदेश की सरकार पर एक बार फिर से संकट के बादल छा गए हैं। कांग्रेस ने बीजेपी पर 8 विधायकों को गुरुग्राम के आईटीसी होटल में बंधक बनाने का आरोप लगाया है। जिसमें से 4 विधायक कांग्रेस के 2 विधायक बहुजन समाज पार्टी, 1 समाजवादी पार्टी से और अन्य 1 निर्दलीय विधायक शामिल हैं। जिसकी वजह से कमलनाथ सरकार की स्थिती डावाडोल होती दिख रही।
सूत्रो के मुताबिक गुरुग्राम के जिस आईटीसी ग्रैंड भारत होटल में विधायको को बंधक बनाया गया है वहां कि सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। वहीं कांग्रेस ने ये भी आरोप लगाया कि कमलनाथ सरकार के मंत्री जीतू पटवारी और मंत्री जयवर्धन सिंह देर रात होटल पहुंचे लेकिन उन्हें विधायको से मिलने नहीं दिया गया। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के लिए हरियाणा पुलिस को तैनात किया गया है।
आपको बता दें बीते मंगलवार की सुबह कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर बीजेपी पर ये आरोप लगाया था कि बीजेपी विधायको को तोड़ने में लगी है। उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए कहा कि बीजेपीने मध्य प्रदेश के कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के विधायको को दिल्ली लाने की कवायद शुरू कर दी है।
मध्यप्रदेश विधानसभा के सियासी समिकरण की बात करें तो कुल संख्या 230 है, जिनमें से कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं, वहीं बीजेपी के पास 107। इसके साथ ही बीएसपी के पास दो और सपा के पास एक विधायक हैं। 4 निर्दलीय विधायक हैं, जबकि दो विधानसभा सीटें खाली हैं। मध्यप्रदेश विधानसभा में बहुमत के आंकड़े के लिए 116 विधायकों का है। मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार को 121 विधायको का समर्थन प्राप्त है। अब कौन सा सियासी भूचाल मध्यप्रदेश की राजनीति में आने वाला ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।