देश में जहां एक ओर अनलॉक 1.0 के तहत धीरे धीरे सभी दफ्तरों, शिक्षण संस्थानों, शॉपिंग मॉल्स, होटल और धार्मिक स्थलों को खोलने की तैयरी चल रही है, वहीं दूसरी ओर कोरोना का संक्रमण भी तेजी से देश में फैल रहा है। देश में करीब 2 लाख 17 हजार लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। लेकिन लॉकडाउन की वजह से लोगो की आर्थिक तंगहाली को देखते हुए सभी दुकानों रोजगारों और सभी निजी और सरकारी दफ्तरों को पूरी तरह से खोलने का ऐलान कर दिया है। जिसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कार्यालयों के लिए एसओपी जारी कियी है। नई गाइडलाइन में कहा गया है कि कोविड-19 से प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को क्षेत्र के संक्रमण मुक्त होने तक घर से काम करने की अनुमति दी जाएगी. इसके साथ ही ये भी कहा गया है कि इस अवधि को अवकाश में नहीं गिना जाएगा। साथ ही जारी की गई एसओपी में ऑफिस बंद नहीं करने की बात कही गई है। एसओपी के मुताबिक अगर किसी कार्यालय में कोविड-19 के एक या दो मामले सामने आते हैं तो पूरे ऑफिस को बंद नहीं किया जाएगा, ऑफिस को सेनेटाइज कराया जाएगा और काम फिर से शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही ये भी कहा गया है कि कोविड-19 के अधिक मामले सामने आने की स्थिती में पूरे ऑफिस को अगले 48 घंटे के लिए बंद करना होगा। वहीं सभी कर्मचारी ऐसी हालात में घरों से ही काम करेंगे।
जारी की गई एसओपी के मुताबिक संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सा और अन्य जरूरी सेवाओं को छोड़कर सभी कार्यालय बंद रहेंगे। इसके साथ ही सभी ऑफिस में सैनिटाइजर मशीन और शरीर के तापमान की जांच के लिए मशीनों की व्यवस्था ऑफिस के बाहर की जाए। इसके अलावा ये भी कहा गया है कि बिना किसी लक्षण वाले कर्मचारी को ही ऑफिस के प्रवेश करने दिया जाए। साथ ही चेहरा ढंकना या मास्क पहनना अनिवार्य होगा।