प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समति की बैठक हुई। इस बैठक में किसानों को मोदी सरकार की तरफ से दिवाली का तोहफा मिला है। सरकार ने गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 85 रुपये की बढ़ोतरी कर दी है। अब एक क्विंटल गेहूं पर 1,925 रुपये एमएसपी मिलेगा। वहीं, दलहनों के एमएसपी में 325 रुपये कुंतल तक की बढ़ोतरी की गई है। अब दलहन पर किसानों को प्रति कुंतल 4,800 रुपये मिलेंगे।
सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि, ‘किसानों की आय बढ़ाने की पहल के तहत मंत्रिमंडल ने चालू वर्ष के लिए रबी फसलों के लिए एमएसपी बढ़ाने का फैसला किया है।’
गेहूं और दलहने के साथ अन्य फसलों के एमएसपी में भी बढ़ोतरी की गई है। चालू फसल वर्ष के लिए जौ का एमएसपी भी 85 रुपये बढ़ाकर 1,525 रुपये प्रति कुंतल कर दिया गया है। इसी प्रकार, चना का न्यूनतम समर्थन मूल्य 255 रुपये बढ़ाकर 4,875 रुपये प्रति कुंतल किया गया है। तिलहन के मामले में रेपसीड/सरसों का एमएसपी 2019-20 के लिए 225 रुपये बढ़ाकर 4,425 रुपये प्रति कुंतल किया गया है।
बता दें, यह फैसला कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिशों के अनुरूप है। रबी मौसम की फसलों में गेहूं, चना, सरसों मुख्य फसल होती है। इनका विपणन अप्रैल के बाद होता है। सरकार हर फसल के लिए एमएसपी तय करती है एमएसपी वह दर है जिस मूल्य पर सरकार किसानों को मूल्य समर्थन देते हुय उनसे अनाज खरीदती है।
ये था पिछले वर्ष एमएसपी
गेहूं का समर्थन मूल्य 1840 रुपये प्रति कुंतल था। इसमें 85 रुपये का इजाफा हुआ है।
मसूर का एमएसपी 4,475 रुपये था। इसमें 325 रुपये प्रति कुंतल का इजाफा हुआ है।
चने के एमएसपी 4,620 रुपये प्रति कुंतल था। इसमें 255 रुपये की बढ़ोतरी की गई है।