देश में कोरोना से प्रभावित हिस्सों में सबसे ज्यादा मामले उन शहरों में आए हैं, जिनकी रफ्तार के लिए ही उन्हे जाना जाता है। मुंबई, दिल्ली और चेन्नै जैसे बड़े महानगरों में कोरोना के प्रभाव का असर कितना है, इसका अंदाजा सिर्फ इससे लगाया जा सकता है कि मुंबई और दिल्ली जैसे शहरों में 700 से अधिक पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। महानगरों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इनके कई हिस्से हॉटस्पॉट बना दिए गए हैं और इन सभी इलाकों में खास एहतियात बरती जा रही है।
देश की आर्थिक राजधानी के रूप में प्रसिद्ध मुंबई कोरोना के कहर से सबसे अधिक प्रभावित है। सपनो का शहर कही जाने वाली मुंबई के तमाम हिस्से कोरोना के हॉटस्पॉट बनाकर सील किए जा रहे हैं। आलम ये है कि मुंबई में अब तक कोरोना के कुल 876 केस रिपोर्ट किए जा चुके हैं, जिनमें 54 मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं अगर पूरे महाराष्ट्र की बात करें तो प्रदेश में कोरोना के पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1350 से अधिक हो गई है। इनमें कोरोना के 64 फीसदी केस मुंबई शहर में ही हैं।
Coronavirus ने दिल्ली में अब तक 720 लोगों को संक्रमित कर दिया है और 12 लोगों की मौत हो चुकी है। राजधानी दिल्ली में कोरोना के 20 हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें फिलहाल सील कर दिया गया है। इसके अलावा दिल्ली में मास्क के बिना सड़क पर निकलना प्रतिबंधित कर दिया गया है।
कोरोना के कहर से दक्षिण भारत का तमिलनाडु राज्य भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। तमिलनाडु में अब तक कोरोना के 834 केस सामने आए हैं, जिनकी एक बड़ी संख्या चेन्नै के अस्पतालों में इलाज करा रही है। चेन्नै के 20 से अधिक हिस्सों में प्रशासन ने हॉटस्पॉट निर्धारित करते हुए इन इलाकों को सील किया है।
तेलंगाना में अब तक कोरोना के 471 केस सामने आए हैं। अब तक यहां 12 लोगों की मौत हुई है। इनमें से एक बड़ी संख्या राज्य के साइबर हब कहे जाने वाले शहर हैदराबाद में हैं। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में भी कोरोना के 10 से अधिक केस सामने आए हैं। प्रदेश भर में 116 मामले मिले हैं और 16 लोगों की मौत हुई है।