UP Board Result 2021: यूपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं के छात्रों को पिछली कक्षाओं में किए गए परफॉर्मेंस के आधार पर अंक दिए जाने के संबंध में सोमवार को शासन के अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। इस बैठक में जिला और मंडलों के अध्यापकों, प्रधानाध्यापकों और अभिभावकों से मूल्यांकन को लेकर सुझाव मांगे गए। इस दौरान कई महत्वपूर्ण सुझाव आए। शासन द्वारा गठित कमेटी अब इन सुझावों पर विचार करके इस बात का निर्णय लेगी कि 10वीं और 12वीं में किस आधार पर अंक दिए जाएं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शासन की तरफ से अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला, विशेष सचिव उदय मल्ल, विशेष सचिव विजय शंकर दुबे, शिक्षा निदेशक विनय शंकर पांडेय और अन्य अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान सुझााव आए कि हाई स्कूल में प्री बोर्ड, अर्धवार्षिक और कक्षा 9 के अंकों को आधार मानकर रिजल्ट तैयार किए जाएं। जबकि 12वीं के लिए सुझाव आए कि 11वीं और अर्धवार्षिक परीक्षा में किए गए परफॉर्मेंस के अधार पर रिजल्ट तैयार किए जाएं। हालांकि कई लोगों के इससे अलग भी सुझाव रहे। कुछ लोगों ने 12वीं के रिजल्ट के लिए 10वीं के अंकों को आधार न माना जाए। मान भी रहे हैं तो इसका कम प्रतिशत रखें। इस दौरान जेल में बंद परीक्षार्थियों के लिए भी सुझाव आए।
10वीं और 12वीं के अंकों की गणना कैसे
बता दें कि UP Board कक्षा 10 और 12 के अंकों की गणना कैसे की जाएगी, इस पर पहले एक सूत्र प्रस्तावित किया गया था। संभावना है कि इस प्रस्तावित फॉर्मूले में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं। 12वीं की UP Board परीक्षाओं को रद्द करने के फैसले की घोषणा करते हुए, उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने 3 जून को कहा था कि कक्षा 10 और 12 के छात्रों को प्रमोट करने का निर्णय लिया गया है।