बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) की प्रमुख और पूर्व CM मायावती (Mayawati) ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है. मायावती ने कहा कि BJP बाढ़ के बहाने गंदी राजनीति कर रही है. यह शर्मनाक और निंदनीय है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि BJP ने ट्विटर पर अपने पोस्टर में BSP पर बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करने के बजाय जाति आधारित बैठकें आयोजित करने का भी आरोप लगाया है.
BSP प्रमुख मायावती ने कहा कि प्रदेश में आज से BJP के मंत्री स्वयं ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ शुरू कर रहे हैं. यह क्यों हो रहा है? उन्हें पता होना चाहिए कि BSP के लोग COVID के दौरान लोगों की मदद के लिए सबसे पहले कदम बढ़ाने वालों में से एक थे. वे बाढ़ प्रभावित लोगों की भी मदद करते रहे हैं.
मायावती ने कहा कि BJP को अपने लोगों को सुझाव देना चाहिए कि इस तरह की गंदी राजनीति से उन्हें कोई फायदा नहीं होगा. यह केवल उन्हें नुकसान पहुंचाएगा और आगामी विधानसभा चुनावों में उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. वे BJP और BSP के लिए दो अलग-अलग मापदंडों का इस्तेमाल कर रहे हैं. जनता देख रही है. BJP के नीचे की जमीन खिसक रही है.
बता दें, पिछले दिनों यूपी BJP की तरफ से ‘फर्क साफ है सीरीज’ के तहत एक पोस्टर जारी किया गया है. इस पोस्टर में सपा और बसपा को सत्ताभोगी बताया गया है. SP के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की साइकिल चलाते हुए फोटो के बारे में कहा गया है, ‘बाढ़ के वक्त लाखों रुपये की मर्सिडीज साइकिल से चुनावी प्रचार में मस्त’. वहीं मायावती की फोटो के बारे में कहा गया है, ‘बाढ़ ग्रस्त लोगों की मदद के बजाय जातिवादी सम्मेलन में व्यस्त.’
इसी पोस्टर को लेकर मायावती BJP पर हमलावर हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी द्वारा ट्विटर पर ‘फर्क साफ है’ पोस्टर में BSP पर बाढ़ग्रस्त लोगों की मदद के बजाय जातिवादी सम्मेलन करने में व्यस्त टिप्पणी घोर अनुचित व इनकी बौखलाहट व जातिवादी सोच का प्रतीक है. यूपी के CM द्वारा बाढ़ क्षेत्र का दौरा करना जनता पर एहसान नहीं बल्कि उनकी जिम्मेदारी है.
मायावती ने आगे कहा कि इसी प्रकार BSP के प्रबुद्ध वर्ग विचार संगोष्ठी की यूपी के जिलों-जिलों में अपार सफलता से बौखला कर पहले इसे रोकने का सरकारी प्रयास और अब इसे ’जातिवादी सम्मेलन’ कहना BJP की गलत सोच व समझ को ही प्रदर्शित करता है. यह अति-निन्दनीय है.