बंगाल में नवान्न चलो (राज्य सचिवालय) अभियान के दौरान BJP कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के बाद केंद्रीय राज्यमंत्री मंत्री व आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो ने शनिवार को एक बार फिर Mamata सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि Mamata बनर्जी की सरकार राज्य में अनुच्छेद 356 लागू करने के लिए सभी मानदंडों को पूरा करती है। बाबुल ने यह भी कहा कि बंगाल को आतंकियों का अड्डा बना दिया गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने के सभी मानदंडों को पूरा करती है। एक दिन पहले भी बाबुल ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज की घटना की निंदा करते हुए इसे जानवर जैसा कृत्य करार दिया था। उन्होंने साथ ही बंगाल पुलिस को ममता बनर्जी का पालतू भी बताया था।
गौरतलब है कि राजनीतिक हिंसा के लिए लंबे अरसे से कुख्यात रहे बंगाल में BJP की युवा इकाई भाजयुमो के नवान्न चलो अभियान के दौरान गुरुवार को पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठियां बरसाई थी और आंसू गैस व वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया था। BJP का का दावा है कि पुलिस की कार्रवाई में उसके 1500 से अधिक कार्यकर्ता घायल हुए हैं. जिनमें कई की हालत गंभीर है।
पार्टी का यह भी आरोप है कि उसके जुलूस पर पुलिस के साथ स्थानीय गुंडों ने भी पथराव किया और देशी बम तक फेंके गए। दरअसल, भाजयुमो ने भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, बिगड़ती कानून व्यवस्था समय के साथ मुद्दों पर बंगाल सरकार के खिलाफ सचिवालय मार्च निकाला था लेकिन राज्य सरकार ने इसकी इजाजत नहीं दी थी। कार्यकर्ताओं को रोकने को लेकर पुलिस के साथ जमकर संघर्ष हुआ और गुरुवार को दिनभर कोलकाता रणक्षेत्र बना रहा।
बंगाल में BJP के राज्य सचिवालय (नवान्न) चलो अभियान के दौरान विरोध-प्रदर्शन में हुई हिंसक घटनाओं के एक दिन बाद कोलकाता पुलिस ने हेस्टिंग थाने में शुक्रवार को BJP के सांसदों समेत 25 से अधिक शीर्ष नेताओं के खिलाफ गैरकानूनी तरीके से भीड़ जुटाने और कानूनों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए सात एफआइआर दर्ज की हैं। जिन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है उनमें BJP के राष्ट्रीय महासचिव व बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय, सांसद लॉकेट चटर्जी, सांसद अर्जुन सिंह, नेता राकेश सिंह,भारती घोष,जयप्रकाश मजूमदार, बिश्वजीत घोष, बिपुल सरकार प्रमुख हैं। नवान्न अभियान के लिए अवैध रूप से जमावड़ा, पुलिस पर हमले, ट्रैफिक रोकना, बैरिकेड तोड़ना समेत कई धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है।