Maharashtra Political Crisis: शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की बगावत की पृष्ठभूमि में पद छोड़ने की पेशकश करने के कुछ ही घंटे बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने बुधवार रात दक्षिण मुंबई स्थित अपना आधिकारिक आवास खाली कर दिया और बांद्रा स्थित अपने निजी आवास चले गए। ठाकरे मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ को खाली करके ठाकरे परिवार के निजी आवास ‘मातोश्री’ चले गए हैं। गौरतलब है कि शिंदे द्वारा दो दिन पहले बगावत किए जाने और बागी विधायकों के तेवर में कोई नरमी नहीं आने के बीच ठाकरे ने यह कदम उठाया है।
एकनाथ शिंदे कैंप के समर्थकों की सूची
महेंद्र मोरे, भारत गोगवाल, महेंद्र दलवी, अनिल बाबर, महेश शिंदे, शाहजी पाटिल, शंभूराजे देसाई, दयाराज चौगुले, रमेश बोर्नारे, तानाजी सावंत, संदीपन भुमरे, अब्दुल सत्तार, प्रकाश सुर्वे, बालाजी कल्याणकर, संजय शिरसत, प्रदीप जायसवाल, संजय रायमुलकर, संजय गायकवाड़, एकनाथ शिंदे, विश्वनाथ भोइर, शांताराम पाटश, श्रीनिवास किशोरप्पा, पाटिल प्रताप सरनाइक, यामिनी जाधव, लता सोनावने, बालाजी किनिकर, गुलाबराव पाटिल, योगेश कदम, सदा सर्वंकर, दीपक केसरकर, मंगेश कुडलकर. स्वतंत्र और अन्य- राजकुमार पटेल, प्रहार संगठन बच्चू कडू, प्रहार संगठन, नरेंद्र भोंडेकर (निर्दलीय), राजेंद्र पाटिल यादवकर (निर्दलीय), चंद्रकांत पाटिल (निर्दलीय), मंजुला गावित (निर्दलीय, आशीष जायसवाल (निर्दलीय।
गुवाहाटी में मौजूद 18 विधायक शिवसेना के संपर्क में, जल्द लौटेंगे मुंबई: विनायक राउत
शिवसेना सांसद विनायक राउत ने दावा किया है कि गुवाहाटी में मौजूद कम से कम 18 विधायकों ने मुंबई में शिवसेना नेताओं से संपर्क किया है और उनमें से कई जल्द ही लौट आएंगे।
शिवसेना के पास 13 विधायक अब भी हैं- सूत्र
शिवसेना (उद्धव ठाकरे के करीबी) सूत्र के मुताबिक पार्टी के पास 13 विधायक अब भी हैं। वे महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के साथ लगातार संपर्क में हैं।
‘एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) अलग गुट बना कर बीजेपी में मर्जर करेंगे या नहीं, 1-2 दिन में हो जाएगा तय’
सूत्रों के मुताबिक एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) गुट को अभी कोई मंत्रालय ऑफर नहीं हुआ। सब कुछ तब तय होगा जब सरकार का बनना फाइनल हो जाएगा। बीजेपी (BJP) के एक बड़े नेता के मुताबिक, ‘सरकार गठन के लिए जरूरी विधायकों की संख्या पूरी हो गई है। अब तकनीकी पॉइंट्स पर ध्यान दिया जा रहा है। कानूनी सलाह ली जा रही है। कोई कमी ना रह जाए इस पर फोकस किया जा रहा है. एकनाथ शिंदे अलग गुट बना कर बीजेपी में मर्जर करेंगे या नहीं, यह 1-2 दिन में तय हो जाएगा. उसके बाद सरकार के स्वरूप पर चर्चा होगी. अमित शाह, जेपी नड्डा और देवेंद्र फडणवीस इस पूरे मामले पर नज़र रख रहे हैं।’ एकनाथ शिंदे गुट का दावा है कि उनके पास 37 शिवसेना के विधायक और 9 निर्दलीय विधायक गुवाहाटी में साथ हैं. इस तरह कुल 46 विधायकों का समर्थन है।
शिवसेना के बागी विधायकों की चिट्टी- CM उद्धव फोन तक नहीं उठाते थे, एकनाथ शिंदे हमेशा साथ रहे
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के साथ बगावत करने वाले औरंगाबाद के विधायक संजय शिरसाट ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) के नाम एक चिट्ठी लिखी है। उन्होंने यह पत्र ट्विटर पर शेयर किया गया है, जिसे एकनाथ शिंदे ने रिट्वीट करते हुए कैप्शन में लिखा है, ‘यही है हमारी भावना.’ इस पत्र में शिवसेना के सभी बागी विधायकों की ओर से बात की गई है।
औरंगाबाद में लगे देवेंद्र फडणवीस के पोस्टर, देवी मौली से उनके मुख्यमंत्री बनने की कामना
औरंगाबाद में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने लगाए पोस्टर, जिसमें लिखा है, ‘देवी मौली, आपका आशीर्वाद हम पर बना रहे और देवेंद्र फडणवीस जी मुख्यमंत्री बनने के बाद पंढरपुर में आपकी पूजा करने आएं।’
एकनाथ शिंदे कैम्प की चिट्ठी पर बोले जयंत पाटिल, चिट्ठी और आरोपों के पीछे कुछ और कारण हैं
शिवसेना के बागी विधायकों द्वारा उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray)को लिखी गई चिट्ठी पर एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा, इस चिट्ठी और आरोपों के पीछे कई कारण हैं, जो मैं वक्त आने पर बताऊंगा. यह बात उनको ढाई साल के बाद क्यों याद आई, अगर उनको कोई इश्यू है तो वे मुख्यमंत्री से बात कर सकते हैं। उनका कारण अलग है. सही समय पर यह बात पता चल जाएगी। कल तो खुद मुख्यमंत्री ने उन्हें कहा है कि अगर उन्हें पद चाहिए तो मैं पद छोड़ने को तैयार हूं।तो शिंदे मुख्यमंत्री से मिलकर बात कर लें।
शिंदे कैम्प ने उद्धव को लिखी ट्विटर पर चिठ्टी
शिंदे कैम्प ने उद्धव को लिखा, कल वर्षा बंगले पर जो भीड़ थी उसे देखकर अच्छा लगा। विधायक होते हुए भी आपके आस पास के लोग…हमें मिलने नहीं देते थे। शिवसेना के विधायक होते हुए भी, हमें आपके बंगले में कभी सीधा प्रवेश नहीं मिला।
औरंगाबाद विधायक संजय शिरसाट ने उद्धव को लिखा पत्र, एकनाथ शिंदे ने किया रिट्वीट
एकनाथ शिंदे ने औरंगाबाद के विधायक संजय शिरसाट द्वारा उद्धव ठाकरे को लिखे गए पत्र को रिट्वीट किया।कैप्शन में लिखा, यही हमारी भावना है।
आज शाम 5 बजे NCP विधायकों की जयंत पाटिल के आवास पर बैठक, शरद पवार भी होंगे शामिल
हमने शरद पवार के आवास पर बैठक की, जिसमें पिछले 3-4 दिनों में हुई घटनाओं का आकलन किया गया। पवार साहब ने हमसे कहा कि सरकार बनी रहे यह सुनिश्चित करने के लिए हमें वह सब कुछ करना चाहिए जो करने की जरूरत है। हम उद्धव ठाकरे के साथ खड़े होंगे, हम इस सरकार के साथ हैं। आज शाम 5 बजे, मैंने अपने सभी विधायकों को एक बैठक के लिए आमंत्रित किया है ताकि उन्हें चल रहे घटनाक्रम से अवगत कराया जा सके। हमारे सांसद संगठन प्रमुख (शरद पवार) भी इस बैठक में शामिल होंगे। शिवसेना को मुख्यमंत्री पद दिया गया है, यह उनका आंतरिक निर्णय है कि वे किसे देना चाहते हैं।
शिवसेना के बागी विधायक सदा सर्वंकर के पोस्टर पर पोती गई काली स्याही
शिवसेना विधायक सदा सर्वंकर, जो वर्तमान में पार्टी के बागी नेता एकनाथ शिंदे के साथ गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं, का पोस्टर स्याही से सना हुआ है, शहर में उनके निर्वाचन क्षेत्र में पोस्टर पर ‘देशद्रोही’ लिखा हुआ है।
उद्धव ठाकरे ने वर्षा छोड़ा है मुख्यमंत्री पद नहीं: जयंत पाटिल
उद्धव ठाकरे के (Uddhav Thackeray) महाराष्ट्र सीएम के लिए आधिकारिक आवास छोड़कर अपने निजी आवास मातोश्री में शिफ्ट होने के मुद्दे पर जयंत पाटिल ने कहा, वर्षा बंगले में वह रहने के लिए पहले भी तैयार नहीं थे। लेकिन हम लोगों के निवेदन पर वह वहां रहने के लिए गए थे…ताकि सरकारी काम आसान हो. उद्धव ने वर्षा छोड़ा यानी मुख्यमंत्री पद छोड़ा ऐसा नहीं है। अभी फ्लोर टेस्ट के बारे में कुछ कह नहीं सकता. विरोधी पक्ष में बैठने के लिए तैयारी नहीं होती…ऐसी स्थितियां बन जाती हैं।
शिवसेना सांसद कृपाल तुमाने ने एकनाथ शिंदे गुट में शामिल होने की खबरों का खंडन किया
शिवसेना के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार के संकट का सामना करने के मद्देनजर, पार्टी सांसद कृपाल तुमाने ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले विद्रोही गुट में शामिल होने की खबरों का खंडन किया और कहा कि वह शिवसेना के साथ हैं। नागपुर के रामटेक से लोकसभा सदस्य तुमाने ने कहा, ‘किसी ने मुझसे संपर्क नहीं किया है, न ही मैंने किसी का समर्थन किया है. मैं केवल शिवसेना के साथ हूं। मेरे बारे में कुछ जानकारी फैलाई जा रही है, जो बिल्कुल गलत है. धैर्य रखना समय की जरूरत है।
उद्धव ठाकरे से मिलने ‘मातोश्री’ गए शिवसेना नेता
महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार पर मंडरा रहे संकट के बीच मुंबई में सीएम उद्धव ठाकरे के पारिवारिक आवास ‘मातोश्री’ पर शिवसेना नेता उनसे मिलने पहुंचे।
उद्धव ठाकरे का समर्थन कर रहे शिवसेना विधायकों की सूची
शिवसेना ने जिन 16 विधायकों के साथ होने का दावा किया है, उनमें आदित्य ठाकरे, चिमनराव पाटिल, राहुल पाटिल, संतोष बांगड़, वैभव नायक, सुनील राउत, रवींद्र वाइकर, सुनील प्रभु, दिलीप लांडे, प्रकाश फाटेड़कर, संजय पोटनिस, अजय चौधरी, कैलाश पाटिल, भास्कर जाधव, राजन साल्वी और उदय सामंत के नाम शामिल हैं।
बागी विधायकों के दस्तखत वाले प्रस्ताव में क्या कहा गया?
गुवाहाटी में विद्रोही विधायकों ने बुधवार को एक प्रस्ताव लिखकर कहा कि शिवसेना नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच ‘वैचारिक रूप से विपरीत’ राकांपा और कांग्रेस के साथ गठबंधन करने और महा विकास अघाड़ी गठबंधन बनाने के लिए ‘भारी असंतोष’ था। उन्होंने सात पन्नों के प्रस्ताव में एकनाथ शिंदे को अपने समूह का नेता और भरत गोगावाले को महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना विधायक दल का मुख्य सचेतक घोषित किया. विधायकों ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को शिवसेना के वैचारिक विरोधियों का समर्थन करने के लिए ‘अपमानजनक प्रश्नों’ का सामना करना पड़ रहा है. शिवसेना के बागी विधायकों के हस्ताक्षर वाले इस पत्र में कहा गया है, ‘इस भ्रष्ट महाराष्ट्र सरकार का हिस्सा होने के लिए हमारी बहुत आलोचना भी हुई है। हमारी पार्टी के नेता दिवंगत बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा महाराष्ट्र के लोगों को एक स्वच्छ और ईमानदार सरकार देना थी। और वह भी हिंदुत्व के सिद्धांत से समझौता किए बिना, जिसे पहले ही दिन विरोधी विचारधाराओं के साथ जोड़कर पराजित कर दिया गया था।’