महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने CM उद्धव ठाकरे को दिया इस्तीफा

महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सोमवार को CM उद्धव ठाकरे को इस्तीफा दे दिया है। यह जानकारी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के सूत्र ने दी। इधर, एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने CM को अपना इस्तीफा देने के लिए मुलाकात की है। सीएम को इस्तीफा स्वीकार करना बाकी है। उनके मुताबिक, उच्च न्यायालय के आदेश के बाद गृह मंत्री अनिल देशमुख ने शरद पवार और पार्टी नेताओं से मुलाकात की और कहा कि वह इस पद पर नहीं रहना चाहते हैं। वह CM को अपना इस्तीफा देने के लिए गए थे। पार्टी ने सीएम से इस्तीफा स्वीकार करने का अनुरोध किया है।

सचिन वाझे के आरोप के बाद BJPदेशमुख के खिलाफ हमलावर थी। मुंबई के पुलिस आयुक्त पद से हटाए गए परमबीर सिंह की CM को लिखे गए कथित पत्र के बाद अंटीलिया प्रकरण मामला गरमा गया था। परमबीर ने कथित पत्र में आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पुलिस अधिकारियों से हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली करवाना चाहते थे। परमबीर सिंह का 17 मार्च को मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से तबादला कर उन्हें महानिदेशक होमगार्ड्स बना दिया गया था। उन्होंने 18 मार्च को यह पद भी संभाल लिया था। दो दिन पहले राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने एक टीवी चैनल से चर्चा कहा कि परमबीर का तबादला सामान्य प्रशासनिक तबादला नहीं था। उनकी तरफ से वझे के मामले में हुई कुछ गंभीर चूक के फलस्वरूप उन्हें पद से हटाया गया है।

इस आरोप से खिन्न होकर परमबीर सिंह ने 20 मार्च को आठ पेज का एक कथित लंबा पत्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखकर न सिर्फ अपने संबंध में गृह मंत्री द्वारा कही गई बातों का खंडन किया है, बल्कि गृह मंत्री पर वसूली का सनसनीखेज आरोप भी लगा दिया। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री ने स्वयं उन्हें और एपीआई सचिन वझे सहित मुंबई के अन्य पुलिस अधिकारियों को मुंबई के बार, रेस्टोरेंट आदि से हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली करने का निर्देश दिया था। परमबीर ने अपने आरोप की पुष्टि के लिए एक अधिकारी से हुई अपनी वाट्सएप चैट के अंश भी पत्र में लिखे हैं। उन्होंने कहा कि इन आरोपों की पुष्टि सचिन वझे की काल डिटेल रिकार्ड से भी की जा सकती है। अपने कथित पत्र में परमबीर सिंह लिखते हैं कि गृह मंत्री अनिल देशमुख ने फरवरी मध्य में एक दिन क्राइम इंटेलीजेंस यूनिट के एपीआई सचिन वझे को अपने सरकारी आवास ज्ञानेश्वरी पर बुलाया। उस समय गृह मंत्री के कक्ष में उनके निजी सचिव पलांडे सहित एक-दो स्टाफ के लोग और मौजूद थे। उनके सामने देशमुख ने वझे से कहा कि आपको एक महीने में 100 करोड़ रुपये इकट्ठे करने होंगे।

Leave a Comment

Your email address will not be published.

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1