Bihar Lok Sabha Chunav 2024 Phase 3:: तीसरे चरण में सुपौल और मधेपुरा की संसदीय सीटें कोसी क्षेत्र में आती हैं, वहीं अररिया सीमांचल क्षेत्र की सीट है जो मुस्लिम बहुल है. झंझारपुर मिथिलांचल क्षेत्र तो एक और सीट खगड़िया है. इन क्षेत्रों में चार पर मोदी फैक्टर और लालू फैक्टर के बीच सीधी लड़ाई मानी जा रही है, जबकि झंझारपुर में त्रिकोणीय मुकाबले की बात कही जा रही है.
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए आज मतदान होगा. अररिया, झंझारपुर, खगड़िया, मधेपुरा और सुपौल में सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक वोट डाले जाएंगे. इस चरण में कुल 54 प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं जिनमें 51 पुरुष और 3 महिला प्रत्याशी हैं. इन सीटों में एनडीए, महागठबंधन के अतिरिक्त अन्य दलों की दलों की स्थिति देखें तो JDU से 3, RJD से 3, BJP से 1, LJPR से 1, BSP से 1 और CPI M से 1 उम्मीदवार सहित 19 निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं और शेष निर्दलीय ताल ठोक रहे हैं.
तीसरे चरण में सुपौल और मधेपुरा की संसदीय सीटें कोसी क्षेत्र में आती हैं, वहीं अररिया सीमांचल क्षेत्र की सीट है जो मुस्लिम बहुल है. झंझारपुर मिथिलांचल क्षेत्र तो एक और सीट खगड़िया है. मुकाबले के लिहाज से देखें तो अररिया में महागठबंधन में राजद के शहनवाज आलम का मुकाबला एनडीए के भाजपा से वर्तमान सांसद प्रदीप कुमार सिंह से है. इस सीट पर मोटे तौर पर हिंदू और मुस्लिम मतदाताओं की गोलबंदी ही जीत हार का आधार तैयार करती है
सुपौल में पिछड़ा और दलित का सियासी संघर्ष
वहीं, सुपौल लोकसभा क्षेत्र में राजद के उम्मीदवार चंद्रहास चौपाल (दलित) चुनावी मैदान में दम दिखा रहे हैं. वह सुपौल की सिंहेश्वर विधानसभा सीट से राजद के विधायक हैं. दूसरी ओर जदयू ने अपने वर्तमान सांसद दिलेश्वर कामत (ओबीसी) पर फिर दांव लगाया है. खास बात यह है कि यह सीट अनारक्षित है, लेकिन मुकाबला दलित वर्सेज ओबीसी का हो गया है. सुपौल में ओबीसी- ईबीसी वोटर्स पर दोनों ही गठबंधन की नजर है और इसे साधने की कवायद है.
मधेपुरा में मोदी फैक्टर और लालू फैक्टर की टक्कर कहावत है रोम पोप का और मधेपुरा गोप का… लेकिन बदले दौर में यहां की राजनीति बदली है शायद यही कारण है कि पप्पू यादव ने मधेपुरा से चुनाव लड़ने का लालू यादव का ऑफर ठुकरा दिया और पूर्णिया से निर्दलीय चुनाव लड़ना ही मुनासिब समझा. अब मधेपुरा में एनडीए के जदयू प्रत्याशी दिनेश चंद्र यादव का मुकाबला राजद ने प्रोफेसर कुमार चंद्रदीप से है. यहां मुख्य मुकाबला मोदी फैक्टर वर्सेज लालू फैक्टर के बीच माना जा रहा है.
झंझारपुर में गुलाब के भरोसे कमल की लड़ाई
झंझारपुर लोकसभा सीट पर महागठबंधन की ओर से मुकेश सहनी की वीआईपी ने बीजेपी के पूर्व एमएलसी सुमन महासेठ को मैदान में उतारा है. इस बात से खफा होकर राजद नेता गुलाब यादव बसपा के टिकट पर मैदान में कूद गए हैं. गुलाब यादव जनाधार वाले नेता माने जाते हैं और अपने क्षेत्र में काफी लोकप्रिय भी हैं. जबकि, एनडीए की ओर से वर्तमान जेडीयू सांसद रामप्रीत मंडल चुनावी मैदान में हैं. इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय बन गया है.
तीसरे चरण के लिए चुनावी तैयारी पुख्ता
बता दें कि इस चरण की चुनाव की तैयारियां पुख्ता हैं. कुल 9848 बूथ पर वोटिंग होगी जिनमें से 5039 बूथों से लाइव वेबकास्टिंग होगा. 45 मॉडल बूथ बनाए गए हैं जबकि महिला मतदाताओं के लिए 32 पिंक बूथ बनाए गए हैं. आज कुल 98 लाख 60 हजार 397 मतदाता के साथ 145482 फस्ट टाइम वोटर करेंगे. 100 वर्ष और इससे अधिक उम्र के 2716 वोटर हैं और 85 वर्ष और इससे अधिक उम्र के 85352 वोटर हैं. 20 से 29 वर्ष के 22 लाख 84 हजार 689 वोटर हैं. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वोटिंग हो रही है.