Coronavirus की चेन को तोड़ने के लिए मोदी सरकार ने 2 चरणों का Lockdown पूरा कर दिया है और 4 मई से तीसरे चरण का लॉकडाउन (Lockdown 3.0) शुरू हो चुका है। इस चरण में मोदी सरकार ने तमाम रियायतें दी हुई हैं। इनमें से ही एक रियायत है शराब की दुकानें खोले जाने की (Liquor shop open in Lockdown)। शराब की दुकानें खुलते ही लोग दुकान के सामने लंबी लाइनों में खड़े दिखे। कई जगह नियम कानून (Social Distancing) की धज्जियां भी उड़ती दिखीं। कहीं लॉकडाउन 3.0 में शराब की दुकानें खोलना मोदी सरकार को भारी ना पड़ जाए। कहीं ये एक फैसला लॉकडाउन के दो चरणों की मेहनत पर पानी ना फेर दे।
कोरोना काल में सबसे जरूरी है सोशल डिस्टेंसिंग(Social Distancing), क्योंकि इसी तरह से कोरोना से लड़ा जा सकता है, जबकि शराब की कई दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का ही अभाव दिख रहा है। वैसे भी, 2-4 पुलिस वाले सैकड़ों की भीड़ को कैसे रोंकेंगे, जब तक कि लोग खुद अपनी जिम्मेदारी नहीं समझते।
मोदी सरकार को शराब की दुकानें सीधे खोलने के बजाय पहले होम डिलीवरी शुरू करनी चाहिए थी। इससे कम से कम आधी से अधिक भीड़ होम डिलीवरी करवा लेती। ऐसे में जब कुछ दिन बाद दुकानें खोली जातीं तो सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित की जा सकती थी, जो अभी सड़कों पर देखने को नहीं मिल रही है।