लोग आजकल भागा दौड़ा की जिंदगी में लोग खाने को बहुत अहमियत नहीं दे पाते है। इसके जगह वे डायट पिल्स का प्रयोग कर लेते हैं। डायट पिल्स में विटामिंस, मिनरल्स और कई तरह के खनिज पदार्थ होते हैं जो कि खाने की कमी को पूरा करते हैं।
जो लोग काम के दबाव में या फिर वजन कम करने के लिए खाने के बजाय डायट पिल्स या सिरप का उपयोग करते हैं, उन्हें एक से तीन साल के भीतर खाने के विकार यानि ईटिंग डिसऑर्डर होने का खतरा रहता है। पहले से ही कहा जाता है कि डायट पिल्स सेहत के लिए बहुत ही खतरा है ।
शोधकर्ताओं ने 14 से 36 वर्ष की उम्र 10,058 महिलाओं और लड़कियों पर ये रिसर्च की है। इस रिसर्च को 2001 से 2016 तक के बीच के आंकड़ों को शामिल किया गया है।
वजन कंट्रोल करने के लिए इन उत्पादों के उपयोग से न सिर्फ ईटिंग डिसऑर्डर होता है बल्कि पाचन तंत्र भी बुरी तरह से प्रभावित होता है।
रिसर्च के नतीजों में पाया गया कि डायट पिल्स का उपयोग करने वाले 1.8% लोगों ने एक से तीन साल के दौरान या पहले ही ईटिंग डिसऑर्डर की शिकायत की। वहीं सिर्फ वजन कम करने वाले प्रतिभागियों ने जब इन पिल्स का इस्तेमाल किया तो उनमें से 4.2% ने ईटिंग डिसऑर्डर की शिकायत की।
डायट पिल्स लेने से ईटिंग डिसऑर्डर के अलावा हाई ब्लडप्रेशर, लिवर और किडनी संबंधी गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं।