‘सम्मान’ के इंतजार में लाखों किसान, अब टूट रहा धैर्य

लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनज़र मौजूदा सरकार द्वारा लाई गयी योजनाओं को लागू कर उससे लाभावन्नित करने का कार्य तेजी से हुआ। लेकिन चुनाव सम्पन्न होने और सत्ता में वापसी करने के बाद वही तेजी सुस्ती में कैसे तब्दील हो जाती है, इसका ताजा उदाहरण जनपद अंबेडकरनगर के करीब सवा लाख किसानों द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का इंतजार बयां कर रहा है।

लगातार बीतते वक्त के साथ किसानों का धैर्य टूटने लगा है। किसान इस मुद्दे को लेकर लगातार कार्यालय और अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं और उन्हें यह भी बताने वाला कोई नहीं है कि इस योजना का लाभ कैसे और कब तक प्राप्त होगा।

लोकसभा चुनाव के ठीक पहले प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की घोषणा हुई थी। जिसमें किसानों को छह हजार रुपये प्रति वर्ष देने का सरकार ने भरोसा दिलाया था। इस भरोसे की उम्मीद पर सरकार लोकसभा चुनाव 2019 के पहले काफी खरी उतर रही थी लेकिन चुनाव बीत जाने के बाद अब जनपद के किसानों को निराश होना पड़ रहा है।

कृषि विभाग के मुताबिक जनपद अम्बेडकरनगर से लगभग सवा तीन लाख किसानों ने इस योजना के लिए पंजीकरण कराया था जिसमें से दो लाख से अधिक किसानों को लाभ मिल चुका है, जबकि करीब सवा लाख किसानों को लाभ मिलना बाकी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 24 फरवरी 2019 को व्यापक तैयारियों के बीच योजना का शुभारंभ किया गया था। जिसमें किसानों को छह हजार रुपये प्रति वर्ष की दर से सहायता प्रदान करने की बात कही गई थी। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पूर्व ज्यादा से ज्यादा किसानों को इसका लाभ पहुंचाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया गया था।

जनपद में चुनाव अचार संहित लागू होने से पूर्व पंजीकृत सवा तीन लाख किसानों में से 1 लाख 27 हजार 142 किसानों को योजना की पहली व दूसरी किस्त प्राप्त हो चुकी थी। लेकिन चुनाव बीतने व आचार संहिता समाप्त होने के बाद भी काफी दिन तक वंचित किसानों को इसका लाभ अभी तक नहीं मिल सका।

सरकार की सुस्ती का अंदाज़ा इससे लगाया जा सकता है कि जहां योजना के शुभारंभ के बाद और अचार सहिता लागू होने में सरकार ने मात्र 13 दिनों में जनपद के एक लाख से अधिक किसानों को इसका लाग दे दिया। वहीं चुनाव संपन्न होने के बाद मोदी 2 सरकार का गठन भी हो गया और लगभग 80 दिन में जनपद से सिर्फ 80 हजार किसान ही इससे लाभवन्नित हो सके हैं। हालांकि, अब भी करीब सवा लाख किसान ऐसे हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की पहली किस्त का इंतजार है।

इस योजना से संबंधित किसानों में अधिकतर किसानों ने बताया कि उन्हें योजना का लाभ देने को लेकर की जा रही सुस्ती ठीक नहीं है। चुनाव से पहले तो खूब तेजी दिखाई गई, लेकिन अब जिस तरह का रवैया अपनाया गया है, वह काफी निराशाजनक है।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के सम्बन्ध में उपनिदेशक कृषि आरडी बाग्ला से जब इस सम्बन्ध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह रकम ऊपर से ही सीधे लाभार्थी के खाते में भेजी जाती है। इसके लिए जरूरी प्रक्रिया चल रही है। यहां से सभी जरूरी प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं। जो भी किसान वंचित हैं, उन्हें आने वाले दिनों में नियमानुसार लाभ जरूर मिलेगा।

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