केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा की मुसीबत और बढ़ सकती है, क्योंकि फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी ने पुष्टि की है कि 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी हिंसा के दौरान आरोपी अंकित दास और आशीष मिश्रा की लाइसेंसी बंदूकों से गोलियां चलाई गई थीं.
लखीमपुर पुलिस ने आशीष मिश्रा और अंकित दास के लाइसेंसी हथियार जब्त किए थे. सभी हथियारों को 15 अक्टूबर को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था, जिसकी रिपोर्ट मंगलवार को आई.
किसानों का आरोप था कि आशीष और अंकित ने हिंसा के दौरान कई राउंड फायरिंग की थी. हालांकि दोनों ने इससे इनकार किया था.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की लखीमपुर खीरी यात्रा के विरोध में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में आठ लोग मारे गए थे.
BJP कार्यकर्ताओं को ले जा रही कार ने चार किसानों और एक पत्रकार को टक्कर मार दी. इसके बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने भी ड्राइवर और भाजपा कार्यकर्तों की हत्या कर दी थी.
किसानों की मौत के मामले में गिरफ्तार किए गए 13 लोगों में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा भी शामिल हैं.