Coronavirus Symptoms कोरोना के दूसरा स्ट्रेन बहुत ही खतरनाक है। हालांकि अभी कम्यूनिटी संक्रमण का खतरा नहीं है, लेकिन जिस तरह से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही हैं। ऐसे में इसके चेन को तोड़ना आवश्यक हो गया है। यह तभी संभव है, जब लाकडाउन लगा दिया जाए। इस बार का संक्रमण फेफड़े को बहुत जल्दी नुकसान पहुंचा रहा है। इसके चलते फेफड़े में आक्सीजन नहीं जा पा रहा है और लोगों में छटपटाहट हो रही है। ऐसे में उन्हें आक्सीजन या वेंटीलेटर की जरूरत पड़ रही है। इस तरह के मरीज ज्यादा हो जाने के कारण अस्पतालों में भी कहीं बेड नहीं मिल रहे और उनका इलाज नहीं हो पा रहा है।
ये बातें डा रविकांत चतुर्वेदी ने दैनिक जागरण के आनलाइन डाक्टर कार्यक्रम के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि जितना जल्दी संभव हो 45 साल के उपर से सभी लोग कोरोना की वैक्सीन लें और घर से बिल्कुल न निकलें। ऐसा करके वे अपने और अपने परिवार की जान बचा सकते हैं। लोगों की लापरवाही के कारण कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। जांच की कमी के कारण संक्रमित लोग भी खुलेआम घूम रहे हैं।
इसके अलावा जांच के लिए सैंपल देने वाले भी रिपोर्ट आने तक अपना काम निपटा रहे हैं। इससे वे कई अन्य लोगों को भी संक्रमित कर रहे हैं। संक्रमण की चेन को नहीं तोड़ा गया तो यह बहुत खतरनाक स्थित तक पहुंच सकता है। शमीम अंसारी के पेट खराब होने और शरीर में दर्द के सवाल पर डा रविकांत चतुर्वेदी ने कहा कि इन्हें तुरंत कोरोना की जांच कराई चाहिए और रिपोर्ट आने तक खुद को आइसोलेशन में रहना होगा।
कोरोना संक्रमण के नए लक्षण:-
पेट खराब होना
गले में जोरदार दर्द
नाक जाम
तेज बुखार, दवा से कम हो। लेकिन फिर तेज बुखार हो जाए।
सांस लेने में तकलीफ
बहुत जल्दी कमजोरी का एहसास होना।
इस तरह के लक्षण होने पर तत्काल कोरोना की (आरटीपीसीआर) जांच कराएं। रिपोर्ट आने तक स्वयं को आइसोलेशन में रखें।
पौष्टिक भोजन जैसे, फल, हरी सब्जी, ड्राईफ्रूट्स, सूप, प्रोटीन, दुध के उत्पाद सहित काढ़ा का प्रयोग करें। कोरोना संक्रमण से बचाव और अपनी रोग रोधी क्षमता बढ़ाकर ही बचा जा सकता है।