Hadik Patel Interview: महज 22 साल की उम्र में गुजरात की लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचने वाले हार्दिक पटेल (Hardik Patel) अभी 30 साल के भी नहीं हुए हैं और देश के मीडिया की सुर्खियों में बने रहते हैं। हार्दिक ने अभी हाल ही में कांग्रेस (Congress) छोड़ दी। NVR 24 पर जब उनसे इस बात का सवाल किया गया कि आपने कांग्रेस (Congress) क्यों छोड़ दी तो उन्होंने बेबाक अंदाज में बताया, ‘कांग्रेस में मुझे काम करने का मौका नहीं मिला, इस पार्टी में मेरी सुनवाई नहीं हुई। मैंने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के चलते कांग्रेस (Congress) ज्वाइन की थी। वो मेरा कांग्रेस में बचाव नहीं कर सके। ऐसे व्यक्ति के साथ काम करने से क्या फायदा। मैंने अपने इस्तीफे में कहीं भी राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का जिक्र नहीं किया था। मैंने सोनिया गांधी को इस्तीफा भेजा था उनसे मेरी कोई नाराजगी नहीं है।’
हार्दिक पटेल ने आगे बताया, ‘मेरा राजनीति में कोई गॉडफादर नहीं था, मेरे पिता विधायक या मंत्री नहीं थे। मैं युवा नेता के तौर पर कांग्रेस छोड़ रहा हूं इसमें मुझे चिंता करने की बात नहीं है। चिंता तो उसे करनी चाहिए जिसके यहां से 70 वर्ष का बुजुर्ग और 28 साल का युवा दोनों ही छोड़कर जा रहे हैं। गुजरात कांग्रेस मुद्दे से भटक गई है। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को गुजरात कांग्रेस के मुद्दों के बारे में ही नहीं बताया गया है। कांग्रेस पार्टी का एक भी कार्यकर्ता मेरे दुख पर भागीदार नहीं हुआ। मेरे पिता के निधन पर कांग्रेस से कोई नहीं आया। गुजरात कांग्रेस के नेता जनता से कभी नहीं जुड़े इसी वजह से इतने सालों से सत्ता से दूर रहे।
बीजेपी से रहे हैं हार्दिक पटेल के रिश्ते
बीजेपी (BJP) से जुड़े होने के सवाल का जवाब देते हुए हार्दिक पटेल ने कहा, अगर आप इतने बड़े मंच से ये कह रहे हैं कि मैं बीजेपी (BJP) संघ परिवार से जुड़ा था तो चलिए मान लेते हैं कि मैं जुड़ा था। हार्दिक ने कहा, संघ से तो नहीं लेकिन बीजेपी (BJP)से हम जरूर जुड़े थे। जब आनंदीबेन पटेल मंडल से चुनाव लड़ती थीं तो उन्होंने मेरे पापा को भाई बनाया हुआ था। मेरे पापा का उस समय सबमर्सिबल पंप का बिजनेस था और उनके पास कमांडर हुआ करती थी जिससे आनंदीबेन पटेल अपने चुनाव प्रचार के लिए जाती थीं। पापा के साथ बीजेपी का रिश्ता था इसी रिश्ते से मैं अपने आंदोलन के दौरान भी आनंदीबेन पटेल को बुआ-बुआ ही कहता रहता था।
गुजरात कांग्रेस नेतृत्व पर बोला हमला
मैं गुजरात कांग्रेस के परिपेक्ष्य में कहना चाहूंगा क्योंकि मेरे साथ हुआ इसलिए मैं ज्यादा समझ रहा हूं। कांग्रेस कभी भी नहीं चाहती है कि हम जैसे लोग और खासतौर पर पटेल कम्युनिटी के लोग कांग्रेस के भीतर मजबूती बनाए या पटेल समाज के लोग पार्टी में आग बढ़ें। पटेल समाज के मजबूत लोगों को कांग्रेस पार्टी ने पूरा प्रयास किया इसका उदाहरण मैं देता हूं वो मेरा ही उदाहरण है।
राहुल गांधी पर बोला हमला
एक महीने से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को इस बात की जानकारी थी कि हार्दिक परेशान है हार्दिक को कांग्रेस की लीडरशिप परेशान कर रही है। जब कई सालों के बाद राहुल गांधी दाहोद में रैली करने के लिए 6 घंटे का दौरा करते हैं तो क्या हम जैसे नौजवानों को जिन्हें स्टेट लीडरशिप सौंपी जानी है राहुल गांधी क्या 5 मिनट के लिए नहीं मिल सकते थे। क्या वो 5 मिनट मिलकर ये नहीं बोल सकते थे कि हार्दिक तेरी परेशानी मैं समझ सकता हूं ये लीडरशिप तुझे परेशान कर सकती है एक महीने तो संभाल मैं पीछे खड़ा हूं क्या ऐसा नहीं बोल सकते थे राहुल गांधी।