हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी मर्डर केस में पुलिस के हाथ एक बहुत बड़ी सफलता लगी है। लखनऊ स्थित होटल खालसा से कुछ सामान बरामद किए गए हैं। जिनमें एक बैग और खून लगे भगवा रंग का कुर्ता है। हालांकि पुलिस के साथ फरेंसिक टीम होटल पहुंचकर प्राप्त सामानों की जांच कर रही है। होटल मालिक के पास से आरोपियों की आईडी भी मिली है, जिस पर नाम के साथ सूरत का पता दर्ज है। वहीं दूसरी तरफ कमलेश तिवारी के परिजन सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने लखनऊ पहुंचे हैं।
जानकारी के मुताबिक हत्यारे इसी होटल में रुके थे। यहीं से भगवा कपड़ा पहनकर वे कमलेश तिवारी से मिलने पहुंचे थे। हत्या के बाद आरोपी दोबारा फिर इस होटल में आए। यहां कपड़ा बदला और फरार हो गए। जबकि एसटीएफ सबूत जुटाने में लगी है।
सीएम योगी से मिलने लखनऊ पहुंचा पीड़ित परिवार
कमलेश तिवारी की हत्या के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर मुलाकात करने के लिए उनके परिजन पहुंच चुके हैं। कमलेश के परिवार ने उनके बड़े बेटे को नौकरी एवं आर्थिक मदद की मांग की है। परिवार ने लखनऊ में एक आवास, हत्या की एनआईए जांच, घटना के बाद परिजनों और अन्य लोगों पर लाठीचार्ज की न्यायिक जांच, हिरासत में लिए गए हिंदूवादी कार्यकर्ताओं की तुरंत रिहाई और 24 घंटे में परिवार को सुरक्षा और शस्त्र लाइसेंस की भी मांग की है।
विवादित भाषण की वजह से हुई हत्या
गुजरात एटीएस ने हत्या में शामिल तीन साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार कर खुलासा किया है कि कट्टरपंथी मुसलमानों ने वर्ष 2015 में कमलेश तिवारी द्वारा दिए गए भड़काऊ बयान के कारण इस खौफनाक घटना को अंजाम दिया है। हत्या में शामिल अशफाक, मोइनुद्दीन पठान उर्फ फरीदी एवं एक अन्य फरार है। इसके अलावा गुजरात एटीएस ने तीन अन्य को भी अरेस्ट कर लिया था, जिन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।