जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने छात्रों के एक समूह पर पुस्तकालय में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि कर्मचारियों के साथ मारपीट भी की गई। JNU प्रशासन की तरफ से आरोपित छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। JNU प्रशासन ने आरोप लगाया कि छात्रों के एक समूह ने पुस्तकालय में तोड़फोड़ किया और मना करने पर कर्मचारियों के साथ मारपीट की। पुलिस ने कहा कि विश्वविद्यालय की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस के अनुसार, घटना 8 जून की है और विश्वविद्यालय के मुख्य सुरक्षा अधिकारी की शिकायत पर बुधवार को मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने कहा कि मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस संबंध में छात्रों और विश्वविद्यालय के मुख्य पुस्तकालयाध्यक्ष के बीच एक बैठक भी हुई थी।
जेएनयू प्रशासन की तरफ से पुलिस को दी गई शिकायत में कहा गया है कि छात्रों के एक समूह ने सुरक्षा कर्मचारियों के साथ हाथापाई की। बी आर अंबेडकर पुस्तकालय के बगल के कांच के दरवाजे को तोड़ दिया। आरोपितों ने 8 जून को इमारत के मुख्य पुस्तकालय में प्रवेश किया और तब से उस जगह पर कब्जा कर लिया।” छात्रों ने रात में भी पुस्तकालय भवन खाली नहीं किया। आरोप है कि छात्र कोविड नियमों का भी पालन नहीं कर रहे हैं।
जेएनयू के एक छात्र ने नाम न छापने की शर्त पर पीटीआई को बताया कि लाइब्रेरी लंबे समय से नहीं खुली है जिससे PHD छात्रों को निराशा हुई है। छात्रों के पास उनके सबमिशन हैं और वे पुस्तकालय तक नहीं पहुंच पाए हैं। छात्रों ने पुस्तकालय में प्रवेश किया था लेकिन कोई हिंसा नहीं की गई थी।
बता दें कि इससे पहले भी विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों पर तोड़फोड़ करने के आरोप लगते रहे हैं। अक्सर JNU प्रशासन और छात्र किसी न किसी वजह से आमने-सामने होते रहे हैं।