बिहार के पूर्णिया जिले में आज 4 अक्टूबर को दलित नेता की हत्या पर सूबे की सियासत उफान पर है। जदयू ने बिहार के पूर्णिया जिले में दलित नेता शक्ति मल्लिक की हत्या का आरोप तेजस्वी यादव पर लगाया है। कहा है कि राजनीतिक साजिश के तहत दलित नेता की हत्या कराई गई है। मामले में CBI जांच की मांग की है। कहा है कि हत्या का आरोप दलित नेता की पत्नी ने तेजस्वी पर लगाया है तो वो प्राइम आरोपित तो होंगे। दरअसल, दलित नेता के हत्या के दो पहले का एक वीडियो और एक ऑडियो वायरल हो रहा है। जिसमें दलित नेता शक्ति मल्लिक ने अपने हत्या की आशंका जताई थी। वीडियो में उन्होंने साफ कहा है कि राजद नेता Tejashwi Yadav उनकी हत्या करा सकते हैं। शक्ति मल्लिक ने कुछ दिन पहले ही राजद से चुनाव का टिकट ना मिलने पर बगावत किया था। उन्हें राजद से निष्कासित कर दिया गया था।
उनकी पत्नी खुशबू ने भी Tejashwi Yadav , तेज प्रताप यादव और अनिल साधु पर पति की हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पति को राजद से निकाल दिया गया था। Tejashwi Yadav ने टिकट के पैसे मांगे थे। पति रानीगंज से निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे।
जदयू के प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा है कि चुनाव के समय ऐसी राजनीतिक हत्या काफी संवेदनशील है। हत्या का आरोप सीधे-सीधे नेता प्रतिपक्ष Tejashwi Yadav पर है। इसकी जांच होनी चाहिए। बिहार में दलित होना कोई अपराध नहीं है। उन्होंने दलित नेता की मृत्यु के पहले की वायरल वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि एक दलित नेता ने मरने से पहले तेजस्वी यादव को एक्सपोज कर दिया है। एक दलित नेता से टिकट के लिए 50 लाख रुपये मांगे गए। उन्हें अपमानित कर पार्टी से निकाल दिया। पहले उनका शोषण किया फिर वास्तव में हत्या करा दी। राजीव रंजन ने कहा है कि राजद में सामंती व्यवस्था है। राजद में दलित और पिछड़े लोगों की कद्र नहीं है। यह Tejashwi Yadav का अहंकार है कि दलित नेता को राजद से निकाल दिया गया और उनकी हत्या करा दी गई।
राजद ने कहा कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार Tejashwi Yadav के खिलाफ जदयू तरह-तरह की साजिश रच रही है। राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि बिहार की जनता इस बार के विधानसभा चुनाव में साजिश करने वालों को माकूल जवाब देगी। Tejashwi Yadav की लोकप्रियता को देख जदयू नेताओं की बेचैनी बढ़ गयी है। राजद की छवि को प्रभावित करने के लिए जदयू द्वारा तरह-तरह की साजिश और दुष्प्रचार का सहारा लिया जा रहा है। दलित और अति पिछड़ों के सवाल पर राजद को किसी से सर्टिफिकेट लेने की आवश्यकता नहीं है। बिहार की जनता देख चुकी है कि किस प्रकार एक दलित को मुख्यमंत्री पद से हटाने की साजिश रची गयी थी।
वहीं जाप के कार्यकारी अध्यक्ष राघवेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि जब वीडियो वायरल हो रहा था तब सरकार और प्रशासन क्या कर रही थी? जब शक्ति मलिक ने हत्या की आशंका जताई थी तब प्रशासन हाथ पर हाथ रखकर क्यों बैठा रहा।
पूर्व राजद नेता के हत्या के पहले का एक ऑडियो और एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वे कह रहे हैं ‘मैं Tejashwi Yadav से मिलने गया था। Tejashwi Yadav जैसे ही घर से बाहर निकले मैं बैठा था, मैंने कहा प्रणाम सर। उन्होंने पूछा क्या हाल ? मैंने कहा कि सर देखिए न अनिल साधु जी टिकट के लिए डोनेशन मांग रहे हैं। इसपर Tejashwi Yadav ने कहा तुम्हारे पास पैसा है तो चुनाव लड़ो नहीं तो यहां से निकलो। इसपर मैंने कहा सर हमलोगों राजद के पुराने कार्यकर्ता है , पार्टी की बहुत सेवा की है। हम पैसा कहां से लाएंगे। फिर Tejashwi Yadav जी ने मुझे कहा, तुम डोम हो, डोम ही रहोगे। हम तुमको विधान सभा नहीं पहुंचने देंगे।’
शक्ति मलिक ने वायरल ऑडियों में कहा है कि ‘मुझसे टिकट के लिए 50 लाख रुपये मांगे गए। मैंने मना किया तो तेजस्वी यादव जी ने मुझे धमकी दी कि तुम्हारी हत्या करा देंगे। हम लालू यादव के बेटे हैं। हम नेता प्रतिपक्ष हैं। यह मेरी पार्टी है, जो चाहेंगे करेंगे।
पूर्णिया में राजद के पूर्व नेता शक्ति मल्लिक की हत्या अपराधियों ने रविवार सुबह छह बजे घर में घुसकर कर दी। शक्ति राजद के एससी-एसटी प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश सचिव भी रह चुके थे। उनकी पत्नी खुशबू देवी ने बताया कि सुबह में वह शक्ति और एक बच्चे के साथ घर में बैठी हुई थीं। घर का मुख्य दरवाजा बंद था और अंदर का दरवाजा खुला था। इसी दौरान अंदर घुसे नकाबपोश अपराधी दरवाजे पर खड़े होकर शक्ति पर गोलियां बरसाने लगे। एक गोली छाती में और 2 गोली सिर में मारकर तीनों अपराधी पीछे की दीवार फांदकर भाग निकले।
केहाट थानाध्यक्ष सुनील कुमार मंडल ने बताया कि पूर्व उपमुख्यमंत्री Tejashwi Yadav , उसके भाई तेजप्रताप यादव, अनिल कुमार उर्फ साधु यादव, कालो पासवान, मनोज पासवान और सुनीता देवी के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। SP विशाल शर्मा ने बताया कि हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है। मृतक के दोनों मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं। स्वजन से बयान लेकर मामले की जांच की जा रही है।