राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने कहा है कि महिलाओं के बीच आपस में झड़पें ज्यादा होती हैं और अगर महिला कर्मचारी इसे आपस में सुलझा लें, तो वे हमेशा खुद को पुरुषों से आगे पाएंगी। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर सोमवार को यहां एक सभा को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि जिन स्कूलों में महिला स्टाफ की संख्या अधिक है, वहां अधिक तकरार होना तय है और इस कारण परिणाम प्राचार्य या शिक्षकों को सेरिडान (सिरदर्द की गोली) खानी पड़ती है। जिन स्कूलों में महिला कर्मचारी अधिक हैं, वहां अधिक झगड़े हैं। कभी-कभी छुट्टी के लिए झगड़े होते हैं और यह किसी और चीज के लिए होता है। प्रधानाचार्य या अन्य शिक्षकों को सेरिडन टैबलेट खानी पड़ती है। डोटासरा, जो राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी हैं, ने कहा कि राजस्थान सरकार ने हमेशा महिलाओं की सुरक्षा और आराम सुनिश्चित किया है और नौकरियों में पसंदीदा पोस्टिंग की पेशकश की है। हालांकि, महिला कर्मचारियों को हमेशा आपस में समस्या होती दिखती है। मंत्री ने कहा कि मेरा मानना है कि अगर महिलाएं इन छोटी-छोटी बातों को सुधार लेते हैं, तो वह हमेशा खुद को पुरुषों से आगे पाएंगी।
गौरतलब है कि राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच सचिन पायलट को हटाकर शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई थी। शिक्षक के बेटे डोटासरा वकालत से पंचायत चुनाव के जरिये राजनीति में प्रवेश कर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पहुंचे हैं। एक अक्टूबर, 1964 को सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ में जन्मे डोटासरा को लंबा सियासी अनुभव है। डोटासरा सीकर के लक्ष्मणगढ़ से तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। डोटासरा ने राजस्थान विश्वविद्यालय से बीकाम और एलएलबी की पढ़ाई की है। उन्होंने लगभग दो दशकों तक सीकर की अदालत में प्रेक्टिस की। उन्होंने चार मार्च, 1984 को सुनीता देवी से शादी की थी और उनके दो बेटे हैं। उनकी पत्नी सरकारी स्कूल की शिक्षिका हैं।