इजरायल में नाफ्ताली बेनेट के PM बनने के बाद भी इजरायली सेना के वही आक्रामक तेवर बरकरार हैं। आशंका यह भी जताई जा रही थी कि सरकार में शामिल इस्लामी राम पार्टी के कारण गाजा पट्टी को लेकर सेना नरम रूख दिखा सकती है। लेकिन, नई सरकार बनने के बाद हमास आतंकियों पर लगातार 5 हमले करके इजरायली डिफेंस फोर्सेज ने इस मिथक को तोड़ दिया है।
इजरायली डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने शनिवार को बताया कि उसने गाजा से आने वाले विस्फोटक गुब्बारों के जवाब में हमास के कई ठिकानों को निशाना बनाया है। इस हवाई हमले में इजरायली सेना ने हमास के आतंकी ठिकाने और उसके रॉकेट लॉन्चिंग साइट को बर्बाद करने का दावा भी किया। संघर्षविराम होने के बावजूद हमास चरमपंथी इजरायल को निशाना बनाते हुए रोज कॉन्डम बम भेज रहे हैं। इसमें ज्वलनशील और विस्फोटक पदार्थ लगे रहते हैं, जो टकराने के साथ आग की लपटे पैदा करते हैं।
IDF ने ट्वीट कर लिखा कि इजरायल में विस्फोटक गुब्बारे भेजने के जवाब में IDF ने आज रात हमास से संबंधित एक हथियार निर्माण स्थल और एक रॉकेट लॉन्चर पर हमला किया। आईडीएफ गाजा पट्टी से निकलने वाले सभी आतंकी प्रयासों का दृढ़ता से जवाब देना जारी रखेगा। इस ट्वीट में ड्रोन से लिया गया एक थर्मल वीडियो भी लगाया गया है।
शेहाब समाचार एजेंसी के अनुसार, इजरायली हवाई हमलों ने गाजा शहर के दक्षिण में नेत्जारिम क्षेत्र में बद्र नाम की एक साइट को निशाना बनाया। इस ठिकाने पर इजरायली सेना ने एक हफ्ते पहले भी हमला किया था। इस हवाई हमले के दौरान रिकॉर्ड किया गया एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है। बताया जा रहा है कि यह हमला सैन्य टोही विमानों ने किया।
इजरायली सेना ने पिछले गुरुवार को भी हमास के कई ठिकानों पर हमले किए थे। इस दौरान इजरायल ने हमास के हथियार निर्माण फैक्ट्री को तबाह करने का दावा किया था। मई की शुरुआत में हमास ने इजरायल पर 4000 से ज्यादा रॉकेट दागे थे। जिसके जवाब में इजरायल ने भी गाजा पट्टी में हमास के कई ठिकानों को बर्बाद कर दिया था। इजरायल के हमलों में हमास को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
राम पार्टी इजरायल में अरब मूल के निवासियों का नेतृत्व करने का दावा करती है। यहूदी बहुल इस देश में अरब मुस्लिमों की तादात बहुत ज्यादा नहीं है। उनमें से भी बहुत से मुस्लिम मतदाता अलग-अलग पार्टियों के समर्थक हैं। ऐसा पहली बार देखा गया है कि इजरायल के चुनाव में फिलिस्तीन और अरब देशों के साथ अच्छे रिश्ते रखने के समर्थक राम पार्टी को 5पांच सीटों के मिलने के बराबर वोट मिला है।