ईरान-अमेरिका के बीच तनाव चरम पर है। भारत में ईरान के राजदूत डॉ. अली चेगेनी ने कहा कि हमने जो भी किया है वह हमारी प्रतिक्रिया का हिस्सा है। जनरल कासिम सोलेमानी के अंतिम संस्कार में भाग लेने वाले लाखों लोगों ने सरकार से इसकी मांग की थी। हमने यह कर दिया। हम युद्ध नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि हम भारत सहित अपने भाइयों और बहनों के साथ इस क्षेत्र में शांति से रह रहे हैं। हम इस क्षेत्र में कोई तनाव नहीं चाहते हैं।
ईरान के सरकारी टीवी चैनल ने बुधवार को कहा कि इराक में अमेरिका के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर दागी गईं 15 मिसाइलों के हमले में 80 ‘अमेरिकी आतंकी’ मारे गए। एक सूत्र के हवाले से कहा गया है कि अगर वाशिंगटन ने कोई जवाबी कार्रवाई की तो ईरान के पास अन्य 100 जगह निशाने पर हैं। साथ ही यह भी कहा गया है कि अमेरिकी हेलीकॉप्टर और सैन्य उपकरण को भी नुकसान पहुंचा है।
ईरान ने इराक स्थित ऐसे कम से कम दो सैन्य अड्डों पर एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल दागी जहां अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बल ठहरे हुए हैं। बगदाद में अमेरिकी हवाई हमले में ईरान के सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है। सुलेमानी पर हमले का आदेश शुक्रवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दिया था। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रम्प को इस संबंध में जानकारी दे दी गई है और वह स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।