इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 बदले प्रारूप में खेला जाएगा. इस साल आईपीएल के नियम बदल जाएंगे. टो नई टीमों की लीग में एंट्री होने के बाद ये बदलाव किया गया है. आईपीएल 2022 के लिए कुल 10 टीमों को पांच-पांच टीम के दो ग्रुप में बांटा गया है. इसके बावजूद प्रत्येक टीम पहले की तरह 14 मैच खेलेगी.
मुंबई और चेन्नई अलग-अलग ग्रुप में
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने शुक्रवार को टीम के ग्रुप का खुलासा किया. मुंबई इंडियंस, कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर), राजस्थान रॉयल्स, दिल्ली कैपिटल्स और लखनऊ सुपरजायंट्स को ग्रुप ए में जबकि चेन्नई सुपर किंग्स, सनराइजर्स हैदराबाद, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी), पंजाब किंग्स और गुजरात टाइटंस को ग्रुप बी में रखा गया है.
पहले भी अपनाया गया था ग्रुप वाला प्रारूप
पिछले वर्षों तक आईपीएल में आठ टीम भाग लेती थीं, जिसमें से प्रत्येक टीम एक दूसरे से राउंड रोबिन आधार पर दो-दो मैच खेलती थी. आईपीएल के लिए हालांकि ग्रुप वाला प्रारूप नया नहीं है. एक दशक पहले जब पुणे वॉरियर्स और कोच्चि टस्कर्स केरल लीग का हिस्सा बने थे तब भी इसे अपनाया गया था.
प्रदर्शन के आधार पर बांटी गई हैं टीमें
टीम को आईपीएल में उनके प्रदर्शन के आधार पर ग्रुप में बांटा गया है, जिसमें उनके कुल खिताब और फाइनल्स में प्रवेश को आधार बनाया गया है. मुंबई ने पांच खिताब जीते हैं तो उसे ग्रुप ए में रखा गया है, जबकि ग्रुप बी की पहली टीम चेन्नई होगी जिसने चार खिताब जीते हैं. केकेआर तीसरे नंबर की टीम होगी जिसने दो खिताब हासिल किये हैं. उसे ग्रुप ए में रखा गया है जबकि सनराइजर्स ने एक खिताब जीता है और उसे टीम नंबर चार के रूप में ग्रुप बी में शामिल किया गया है.
टीम पांच को फिर से ग्रुप ए में रखा गया है और यह टीम एक खिताब जीतने वाली राजस्थान रॉयल्स है. ग्रुप बी में उसके विपरीत टीम आरसीबी है जो तीन बार फाइनल में पहुंची है. दिल्ली कैपिटल्स एक बार फाइनल में पहुंचने के कारण सातवें नंबर की टीम होगी और उसे ग्रुप ए में रखा गया है जबकि टीम आठ पंजाब किंग्स है जो एक बार फाइनल में पहुंची है. उसे ग्रुप बी में रखा गया है.
नई टीमों में लखनऊ को नौवीं टीम के रूप में ग्रुप ए में जबकि उसके साथ वाली टीम गुजरात 10वीं टीम के रूप में ग्रुप बी का हिस्सा है.
अपने ग्रुप की प्रत्येक टीम से होंगे दो-दो मैच
मैचों के प्रारूप इस तरह से हैं कि प्रत्येक टीम अपने ग्रुप में प्रत्येक टीम से दो-दो मैच खेलेगी जो कुल मिलाकर आठ मैच होंगे. बाकी बचे छह मैच वह दूसरे ग्रुप की टीम से खेलेगी. इनमें से वह अपने सामने वाली टीम से दो मैच खेलेगी.
जैसे मुंबई ग्रुप ए में शीर्ष टीम है तो वह ग्रुप बी की अपनी बराबरी की टीम चेन्नई से दो मैच खेलेगी जबकि बाकी टीम से उसका एक-एक मैच होगा. इसी तरह से ग्रुप ए की दूसरे नंबर की टीम केकेआर ग्रुप बी की दूसरे नंबर की टीम सनराइजर्स से दो और बाकी टीम से एक-एक मैच खेलेगी. इस तरह से प्रत्येक चरण में एक टीम 14 मैच खेलेगी.